कागजों पर दौड़ रहा नेवादा ग्राम सचिवालय

*कागजों पर दौड़ रहा नेवादा ग्राम सचिवालय*
*डीपीआरओ स्तर पर चल रही महीनों से अनियमितता की जांच*
अमेठी
विकासखण्ड की नेवादा ग्राम पंचायत का पंचायत भवन निर्माण में वित्तीय अनियमितता की जांच सालों से डीपीआरओ कार्यालय में लंबित होने के कारण ग्राम सचिवालय की स्थापना का कार्य अधर में लटका हुआ है। ग्राम सचिवालय के लिए खरीदा गया कम्प्यूटर सिस्टम एक निजी कक्ष में रख कर काम काज निपटाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो लागत की नब्बे फीसदी से अधिक धनराशि निकाली जा चुकी है। खण्डहर के रुप मे खड़े निर्माणाधीन पंचायत भवन को ग्रामीण शौचालय के रूप में प्रयोग कर रहे हैं।
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में शासन के निर्देश पर पंचायतीराज विभाग द्वारा 17 लाख पचास हजार की लागत से नेवादा ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय का निर्माण शुरु कराया गया था। निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही ग्रामीणों ने निर्माण की खराब गुणवत्ता को लेकर शिकायत की थी। शुरुआती दौर में डांट फटकार के साथ अधिकारियों ने गुणवत्ता सुधार व कार्य मे तेजी लाने का निर्देश देकर निर्माण कार्य पूर्ण कराने का प्रयास तो किया था। बावजूद इसके कार्य मे प्रगति न होने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने मौके का निरीक्षण कर पत्रावली जांच के लिए तलब कर ली। विभागीय सूत्रों का कहना है कि पूर्व प्रधान द्वारा नब्बे फीसदी से अधिक धनराशि निकाली जा चुकी है। निर्माण कार्य किस मद से करवाया जाए। जबकि पूर्व प्रधान घनश्याम पांडेय उक्त मद में 5 लाख से अधिक की धनराशि होने की बात कहते है । फिलहाल ग्राम सचिवालय की स्थापना यहां सपना मात्र है। जबकि जिम्मेदार अधिकारी जांच लंबित होने का हवाला देकर जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहे हैं।
*रिपोर्ट -रमेश कुमार मंडल प्रमुख अमेठी*