थाना क्षेत्र के आशापुरवा के पास सड़क किनारे मिले किशोरी की शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। मृतका के शरीर मिले चोट के निशान व शव की हालत देख लोगों ने हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई थी। पुलिस आस पास गांव में शिनाख्त के लिए फोटो दिखाने के साथ सुराग तलाश रही है।
डेरापुर थाना क्षेत्र के आशापुरवा गांव को जाने मार्ग किनारे 5 नवंबर की सुबह करीब 13 वर्षीय किशोरी का शव मिला था। मृतका के चहेरे, सिर व बाएं ओर की पसलियों में चोट के निशान मिले थे। मौके पर पुलिस ने डॉग स्क्वायड बुलाकर छानबीन की। लोगों ने हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई थी। इधर चार दिन बीत जाने के बाद भी शिनाख्त न होने पर हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका बढ़ गई है। पुलिस शिनाख्त कराने के लिए सोशल मीडिया के साथ ही कई जनपदों के थानों से संपर्क कर चुकी है।
मंगलवार को डेरापुर थाना पुलिस आस पास के कई गांव पहुंची। मृतका की फोटो दिखाया, हुलिया बताया मगर शिनाख्त नहीं हो सकी। दोपहर बाद पुलिस सेंगर नदी के पास कुंभी में बन रहे निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज पहुंची। यहां पर काम कर रहे मजदूरों को फोटो दिखा कर पहचान कराने की कोशिश की गई। मगर यहां से भी पुलिस को सफलता नहीं मिली। पुलिस बाजार व भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी पहुंच शिनाख्त में जुटी है। प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया शव की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
किशोरी का शव निर्माणाधीन सड़क किनारे गड्ढे में मिलना, शरीर में गंभीर चोट के निशान, शव मिट्टी में दबे होना और अब तक शिनाख्त न होना ऑनर किलिंग की ओर इशारा कर रही है। मंगलवार को पुलिस जब शव की शिनाख्त कराने कई गांव में पहुंची तो हुलिया देख पहचाने से इंकार कर दिया। यदि हादसा होता और मृतक लड़की आस पास किसी गांव की होती तो अब तक उसके बारे में पता चल जाता। शिनाख्त न होने से यह तो साफ है कि मृतक कहीं बाहर की रहने वाली है। वहीं कुछ लोगों ने ऑनर किलिंग को लेकर भी शक जताया है।
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