सफीपुर। राशन वितरकों की शिकायत पर पूर्ति कार्यालय के लिपिक अमन माथुर को घूस लेते पकड़ने के चार दिन बाद एंटी करप्शन टीम ने दोबारा मौके पर पहुंच नक्शा नजरी तैयार किया। वहीं 19 दिसंबर को शिकायतकर्ता वितरक की निलंबित दुकान का निर्देशपत्र भी एसडीएम कार्यालय से टीम ने प्राप्त किया।18 दिसंबर को एंटी करप्शन टीम ने पूर्ति कार्यालय के लिपिक अमन माथुर को कोटेदार से तीन हजार रुपये नगद लेते पकड़ा था और सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शुक्रवार को टीम पुनः पूर्ति कार्यालय पहुंची और नक्शा तैयार किया।
उसके बाद टीम ने शिकायतकर्ता विकासखंड के अबहरा गांव की राशन वितरक श्यामा देवी के पुत्र रंजीत व क़स्बे के मोहल्ला राहतगंज बाजार निवासी अदीबुर्रहमान से बात की। टीम को जानकारी हुई कि अबहरा निवासी रमेश तिवारी सहित ग्रामीणों द्वारा एसडीएम को दिए शिकायतीपत्र पर वितरक श्यामा देवी के खिलाफ घटतौली की शिकायत की गई थी। जिस पर हुई जांच में गांव के 42 लोगों के लिए गए बयान में 10 लोगों ने वितरक के पक्ष व 32 लोगों ने वितरक के विरोध में बयान दिए। बयानों के आधार पर 15 दिसंबर को डीएम को दुकान निरस्त करने के लिए संस्तुति पत्र भेजा गया। इस बीच 18 दिसंबर को लिपिक के पकड़े जाने के बाद 19 दिसंबर को एसडीएम प्रज्ञा पांडेय के पत्र पर वितरण संबंधी उपकरण कार्यालय में जमा करने के साथ भदनी वितरक के पास दुकान संबद्ध के निर्देश दिए गए। एंटी करप्शन टीम ने इस निर्देश की कॉपी एसडीएम कार्यालय से प्राप्त की।शिकायतकर्ता वितरकों ने अपने बयान दोहराते हुए लिपिक अमन माथुर द्वारा जांच का भय दिखाकर प्रतिमाह 2 हजार रुपये लेने की बातत कही। इस अवसर पर करप्शन टीम के इंस्पेक्टर टीपी वर्मा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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