मंडी धनौरा। महाशिवरात्रि पर्व पर जल लेने हरिद्वार जा रही शिवभक्तों भरी बस में शाॅर्ट सर्किट से आग लग गई। बस में 45 लोग सवार थे। देखते देखते बस आग की लपटों में घिर गई। बस में सवार लोगों ने खिड़की से कूद कर अपनी जान बचाई। गनीमत रही कि दुर्घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ। गजरौला से आई दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। घटना बुधवार की मध्य रात्रि की है।
थाना क्षेत्र के गांव शेरपुर के लोग सामूहिक रूप से जल लेने के लिए हरिद्वार जा रहे थे। उन्होंने धनौरा-अमरोहा मार्ग पर चलने वाली एक निजी बस को हरिद्वार के लिए तय कर लिया था। चालक शेरपुर से बुधवार की रात करीब 10 बजे बस को लेकर चला। वह फीना मार्ग की ओर से बस को ले जा रहा था। बस में करीब 45 लोग सवार थे। थाना क्षेत्र के गांव वालीपुर के निकट रात 12 बजे बस में शाॅर्ट सर्किट से चिंगारी निकलने लगी। चालक ने बस रोकी और सवारियों से तत्काल बस से उतरने को कहा।
इतनी देर में ही बस में आग लग गई। बस को आग की लपटाें में घिरा देखकर बस में चीख पुकार मच गई। लोग गेट व खिड़की के रास्ते बाहर कूदने लगे। अच्छी बात यह रही कि आग से कोई भी हताहत नहीं हुआ। लेकिन श्रद्धालुओं का सारा सामान आग की चपेट में आकर नष्ट हो गया। जानकारी मिलने पर सीओ श्वेताभ भास्कर व इंस्पेक्टर रविंद्र प्रताप मौके पर पहुंच गए। गजरौला से आई दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। पुलिस ने वैकल्पिक व्यवस्था कर श्रद्धालुओं को धनौरा तक पहुंचाया। श्रद्धालु इसी बीच शेरपुर से आए अपने परिजनों के साथ गांव चले गए।
शेरपुर से महा शिवरात्रि पर्व पर लोग हर साल हरिद्वार से जल लेने जाते हैं। सभी लोग आपस में मिलकर बस किराए पर तय कर लेते हैं। इस साल भी अमरोहा मार्ग पर चलने वाली बस को किराए पर तय कर लिया गया था। गांव शेरपुर निवासी विशाल व कपिल का कहना है कि बस चलते ही सभी ने बोल भोले की बम का नारा लगाया था। वास्तव में भगवान भोलेनाथ की कृपा से ही सभी लोग सुरक्षित बच गए। वरना दो मिनट के भीतर आग की लपटों ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया था। एक अन्य ग्रामीण विवेक ने बस चालक की सूझबूझ की प्रशंसा करते हुए बताया कि यदि चालक शॉर्ट सर्किट होते ही सवारियों से नीचे उतरने के लिए नहीं कहता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
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