पुलिस की तर्ज पर होगी होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती

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पुलिस की तर्ज पर होगी होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती, सिपाही भर्ती की तरह होगी लिखित परीक्षा
नई नियमावली में पुलिस भर्ती की तरह नियम बनेंगे, ताकि होमगार्ड भी किसी से कमतर न रहे और अन्य सुरक्षा बलों की भांति पूरे आत्मविश्वास के साथ कानून-व्यवस्था और सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण कार्य कर सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती के लिए शासन ने नई नियमावली बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। खास बात है कि अब होमगार्डों की भर्ती पुलिस की तर्ज पर होगी। उन्हें लिखित परीक्षा के बाद चयनित किया जाएगा। बता दें कि पहले होमगार्डों की भर्ती केवल शारीरिक दक्षता परीक्षा और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मेरिट के आधार पर होती थी।


सूत्रों की मानें तो होमगार्डों की भर्ती के लिए दशकों पुरानी व्यवस्था को समाप्त कर दिया जाएगा। नई नियमावली में पुलिस भर्ती की तरह नियम बनेंगे, ताकि होमगार्ड भी किसी से कमतर न रहे और अन्य सुरक्षा बलों की भांति पूरे आत्मविश्वास के साथ कानून-व्यवस्था और सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण कार्य कर सकें। बता दें कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में 42 हजार होमगार्ड की भर्ती की घोषणा की थी। उन्होंने दो चरणों में भर्तियां करने को कहा था। नई नियमावली में लिखित परीक्षा कराने वाली कार्यदायी संस्था का नाम भी तय कर दिया जाएगा। इसके अलावा शारीरिक दक्षता परीक्षा में होने वाली पुरुषाें की 1500 मीटर और महिलाओं की 400 मीटर की दौड़ में भी बदलाव हो सकता है। नई नियमावली में पूर्व सैनिक, एनसीसी, आपदा मित्रों आदि को भर्तियों में खास तवज्जो दी जाएगी।
2011 से नहीं हुई भर्ती
बता दें कि होमगार्डों की भर्ती बीते 13 वर्षों से नहीं हुई है। इसकी वजह से वर्तमान में कार्यरत तकरीबन 25 हजार होमगार्ड आगामी पांच वर्षों में सेवानिवृत्त हो जाएंगे, जिससे कर्मचारियों का बड़ा संकट हो जाएगा। वर्ष 2011 में जारी शासनादेश के मुताबिक होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती वर्ष में दो बार करने का प्रावधान किया गया था। प्रत्येक वर्ष के 31 मार्च और 30 सितंबर को रिक्तियों के सापेक्ष भर्तियां करने का नियम बना था। सीधी भर्ती करने का अधिकार विभागीय चयन समिति को दिया गया था।

भर्तियां नहीं होने से बिगड़ते जा रहे हालातबीते 13 वर्ष से होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती नहीं होने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा उप्र होमगार्ड संगठन के लिए 1,18,348 स्वयंसेवकों की संख्या स्वीकृत है, जिसके मुकाबले वर्तमान में केवल 75,808 ही कार्यरत हैं। इनमें से 38,072 की आयु 50 से 60 वर्ष के बीच है। बीते एक वर्ष के भीतर 5 हजार से ज्यादा होमगार्ड सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

बनाई जा रही है नियमावली
मुख्यमंत्री के निर्देश पर होमगार्ड की भर्ती के लिए शासन द्वारा नियमावली बनाई जा रही है। इस बार प्रदेश पुलिस में सिपाहियों की भर्ती की तर्ज पर होमगार्ड की भर्ती की जाएगी। इसमें लिखित परीक्षा का नियम भी शामिल होगा। होमगार्ड स्वयंसेवकों ने कई मौकों पर अपनी उपयोगिता और कार्यक्षमता का लोहा मनवाया है। इसी वजह से दशकों पुरानी व्यवस्था को खत्म कर नए तरीके से भर्ती होगी।-धर्मवीर प्रजापति, होमगार्ड मंत्री

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