कानपुर में बीएससी की छात्रा ने मौत को गले लगा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
कानपुर में नौबस्ता के आवास विकास निवासी राकेश यादव की कापी किताबों की दुकान है। बताया कि कोरोना काल से बेटी कोमल अवसाद में चल रही थी। वह बीएससी की छात्रा थी। सोमवार को उनकी पत्नी दुकान पर खाना देने के लिए निकली तो बेटी ने मकान के प्रथम तल पर बने कमरे में साड़ी के सहारे पंखे के कुंडे में लटककर जान दे दी।
मां घर लौटी और दरवाजा न खुलने पर बगल के मकान के सहारे अंदर जाकर देखा तो कोमल साड़ी के सहारे लटकी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच की। नौबस्ता इंस्पेक्टर ने बताया कि सुसाइड की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा है। कोमल यादव का मोबाइल कब्जे में लेकर पुलिस जांच कर रही है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
कमरे के अंदर एक रजिस्टर मिला है। इसके एक पन्ने में कोमल ने लिखा है कि मरने का मन करता है, आंख बंद करो, तो अंधेरा नजर आता है और भगवान नजर आते हैं। सुसाइड नोट में कुछ और लाइनें लिखी हैं। थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि रजिस्टर और मोबाइल फोन को कब्जे लिया गया है। कॉल डिटेल और मैसेज देखे जा रहे हैं। रजिस्टर को हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास जांच के लिए भेजा जाएगा। छात्रा के अंतिम संस्कार के बाद परिजनों से पूछताछ की जाएगी। वहीं, छात्रा का भाई पीएसी लखनऊ में तैनात है।
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