अखिलेश यादव ने विधान सभा मे दिये कई सुझाव

जब से आप अध्यक्ष जी आये हैं, बहुत बदलाव आए, बहुत चीजे बदली, कभी गैलरी सौंदर्यीकरण, विधायकों को दूसरी बार टैबलेट वितरण, आपने शिकायतों को दूर कर दिया, इसके लिए धन्यवाद।
आज महिलाओं के लिए सदन रखा, आज ऐसा लगा कि नेता सदन बहुत कुछ जानते हैं।
महिलाओं, नारी शक्ति ने आज़ादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया, झांसी की रानी, बेगम हजरत महल, कस्तूरबा बाई, अहिल्याबाई होल्कर, अवंती बाई. कैप्टन लक्ष्मी सहगल, झलकारी बाई, कई नाम हैं।
देश की पहली महिला मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश से ही बनीं, सुचेता कृपलानी, पहली गवर्नर भी उत्तरप्रदेश ने दिया, सरोजिनी नायडू।
आज इस विधानसभा में 47 महिला विधायक हैं, आगे हमारा प्रयास हो कि ज्यादा से ज्यादा मौका महिलाओं को दिया जाय।
इस अवसर पर हमें डॉक्टर लोहिया को याद करना है, जो नर नारी की समानता की बात करते थे,
आज महिलाओं के बारे में चर्चा करें तो बहुत समय बीत जाएगा, महिलाओं के साथ जो हो रहा है, वो सभ्य समाज का हिस्सा नही हो सकती।
आज सरकार का विरोध नहींं कर रहा हूँ, कुछ ऐसी जगहें हैं जहां के नाम ले लें, तो घटना याद आ जाती है, हाथरस जैसी घटना सवाल है..!!
ऐसा नहीं है कि मैं सरकार पर सवाल उठा रहा हूँ, हमारी भी सरकार में बहुत सी घटनाएं हुई हैं, हमको इस के बारे में मिलकर सोचना होगा।
आज हम समाज, सरकार मिलकर सोचें तो हम एक अच्छे परिणाम तक पहुंच का सकते हैं।
आज का दिन ऐसा है कि सरकार को नाराज़ नहीं करना है, घटनाओं चर्चा नही करेंगे, लेकिन जब घटना अखबारों, टीवी पर चल जाये तो सोचना हमारी मजबूरी है,
मुरादाबाद जैसी घटना जिसमे एक बेटी को बिना कपड़े के सड़क पर चलना पड़ा, ये हमको सोचना है..
मेरे सरकार को सुझाव हैं, समाजवादी सरकार में स्थापित महिला हेल्पलाइन 1090 को हाईटेक किया जाय, व्हाट्सएप, ईमेल से शिकायत दर्ज करवाने की सुविधा दी जाए,
एम्बुलेंस के क्विक रिस्पॉन्स टाइम को और कम किया जाय,
समाजवादी सरकार के कन्या विद्याधन योजना के आधार पर अब आप दूसरी तरह से मदद कर रहे हैं, सुझाव है कि बालिकाओं के स्कूल ड्राप आउट को कम किया जाए।।।