अनूठा इतिहास समेटे विदा हुए संडीला सीओ महावीर सिंह

जुलाई 1981 में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए महावीर सिंह सीओ संडीला के पद से हुए सेवानिवृत्त, संडीला पुलिस व गणमान्य नागरिकों ने नम आंखों से दी विदाई
सेवानिवृत होने पर पुलिस अधिकारी को मिली भावभीनी विदाई
कार्यक्रम का संचालन महिला सिपाही प्रतिमा दुबे ने किया
अतरौली कोतवाल दीपक शुक्ला, कोतवाल कासिमपुर व कोतवाल संडीला डीके सिंह ने सीओ को 51 किलो की माला पहना कर किया भव्य स्वागत
संडीला सीओ महावीर सिंह के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें रविवार की शाम भावभीनी विदाई दी गई। सादगी के साथ आयोजित विदाई समारोह अतिरिक्त कोतवाल आलोक कुमार सिंह ,एसआई रमेश सिंह सेंगर ,उप निरीक्षक योगेंद्र कुमार ,अमृत लाल , बलजीत यादव, महमूद आलम, उमाकांत दीक्षित, प्रमोद कुमार दुबे, शिव गोपाल यादव ,धर्मेंद्र कुमार गिरी ,मधुसूदन चौबे ,शमशाद खान ,राजेंद्र कुमार ,धर्मेंद्र चौधरी ,कमलेश कुमार सिंह ,कांस्टेबल अमरीश ,आशीष ,शोभित मिश्राआदि लोगों ने सीओ को उपहार देकर सम्मानित किया । उनके उज्जवल एवं सुखमय भविष्य की कामना की। मौके पर संडीला कोतवाल डीके सिंह ने कहा कि एक कर्तव्यनिष्ठ और खुशमिजाज पुलिस अधिकारी है। उनकी कमी हमेशा खलेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा में करीब 42 साल बिताए हैं और आज सेवा निर्वित होकर हम सबों से विदा ले रहे हैं।
सेवानिवृति एक स्वभाविक प्रक्रिया है जो सरकारी सेवा में है उन्हें एक न एक दिन सेवानिवृत होना ही है। उनके द्वारा अपने सेवा काल में किए गए कार्य ही उनकी पहचान है तथा उनके द्वारा किए गए कार्य से ही उनकी पहचान लंबे समय तक लोगों के जेहन में रहती है। जो भी पुलिस पदाधिकारी सेवानिवृत हुए उनके अच्छे स्वास्थ्य एवं लंबी उम्र की कामना कोतवाल डीके सिंह ने की।
रिटायरमेंट पर संडीला सीओ महावीर सिंह बोले- आज अच्छा और बुरा दोनों लग रहा है
सेवानिवृत्त हो रहे सीओ महावीर सिंह ने कहा कि मेरी सेवानिवृत्ति के अवसर पर आज सम्मान पाकर अभिभूत हूं। यूपी पुलिस के लिए बीता साल ऐतिहासिक उपब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने कहा कि , 'सबसे बड़े पुलिसबल का मुझे जो नेतृत्व करने का अवसर मिला, उसे बयां नहीं कर सकता। जो भी उपलब्धियां रही हैं, मेरे सेवाकाल में आपके सहयोग से ही सम्भव हुआ है। पुलिस की सेवा एक नौकरी नहीं, पुण्य जनसेवा वरदान से कम नहीं। इस विभाग से समाज की अपेक्षाएं प्रतिदिन बढ़ रहीं हैं.' सीओ ने कहा कि आज42 साल की सेवा के उपरांत अच्छा और बुरा दोनों लग रहा है. अच्छा इसलिए, क्योंकि कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम किया. बुरा इसलिए, क्योंकि आज विदा ले रहा हूं।
रिपोर्ट बिपिन ठाकुर