धमेख स्तूप पर बौद्ध अनुयायियों ने की पूजा
बौद्ध गुरु आवाहन पर प्रदेश के कोने-कोने से जूटे अनुयाई
Mon, 4 Apr 2022
| 
वाराणसी बौद्ध गुरु के आवाहन पर रविवार को सारनाथ पहुंचे हजारों बौद्ध अनुयायियों ने पुरातत्व खंडहर परिसर स्थित धमेख स्तूप की पूजा पाठ कर बुद्ध की आराधना की बौद्ध भिक्खु ने ढाई घंटे तक पूजा-पाठ कर पुरातत्व विभाग के रोक का प्रतिवाद किया धम्म शिक्षण संस्थान के संस्थापक भंते चंद्रिमा ने धम्मक स्तूप के पास देश के विभिन्न राज्यों से आए बौद्ध अनुयायियों को संबोधित किया भंते चंद्रिमा ने कहा कि बोध गया लुंबिनी कुशीनगर सहित सारनाथ बौद्ध के लिए पवित्र धर्मस्थल है इसे धर्मस्थल ही रहने दिया जाए
क्या है विवाद पुरातत्व विभाग ने अधीक्षक अविनाश मोहंती ने कहा कि जब वह क्षेत्र संरक्षित किया जा रहा था तब वहां पूजा पाठ नहीं होती थी जबकि बौद्ध अनुयायी का कहना है यह महाराजा सम्राट अशोक के जमाने से पूजा-पाठ होती आ रहे हैं
सूरज राव ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर
क्या है विवाद पुरातत्व विभाग ने अधीक्षक अविनाश मोहंती ने कहा कि जब वह क्षेत्र संरक्षित किया जा रहा था तब वहां पूजा पाठ नहीं होती थी जबकि बौद्ध अनुयायी का कहना है यह महाराजा सम्राट अशोक के जमाने से पूजा-पाठ होती आ रहे हैं
सूरज राव ब्यूरो चीफ सुल्तानपुर