सेमी दूर गंगा का जलस्तर ग्रामीण इलाकों में पहुंचा पानी, लोगों की बढ़ी बेचैनी
गंगा का जलस्तर तेजी से चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच रहा है। जिससे अब तटवर्ती इलाकों के अलावा ग्रामीण इलाकों के मैदानी क्षेत्रों में तेजी से बाढ़ का पानी फैलने लगा है। वहीं जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा कटरी में कई किसानों के खेतों में पानी पहुंच गया है।
केन्द्रीय जल आयोग ने बताया कि शुक्लागंज में शनिवार शाम 5 बजे गंगा का जलस्तर 111.660 मीटर दर्ज किया गया था। जो रविवार सुबह 11 बजे तक स्थिर रहा। जो एक बजे 111.700 मीटर पहुंच गया। जिसके बाद शाम पांच बजे गंगा के जलस्तर में दो सेंटीमीटर और बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और जलस्तर 111.720 मीटर मापा गया। जो चेतावनी बिंदु 112 से महज 28 सेंटीमीटर दूर था। जिसके बाद जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई
गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण गोताखोर, हुसैन नगर, सैय्यद कम्पाउंड, कर्बला, शाही नगर, तेजी पुरवा, गगनी खेड़ा आदि इलाकों में बने मकानों के आस पास बाढ़ का पानी भर गया। जिससे वहां पर रहने वाले लोगों को आवागमन में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
वहीं अब ग्रामीण क्षेत्रों की ओर बाढ़ का पानी रूख कर गया है। जिससे कटरी से लगे गांवों में भी गंगा का पानी भर गया। वहीं खेतों में पानी भरने के कारण सब्जी की फसलें बर्वाद होने का खतरा अब किसानों को सताने लगा है।
गंगा बैराज बांध के पोस्ट रीडर गेज उत्तम पाल ने बताया कि रविवार को बैराज बांध से 2 लाख 56 हजार 2 सौ 39 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा नरौरा बांध से 30 हजार 9 सौ 86 क्यूसेक और हरिद्वार बांध से 35 हजार 39 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे एक दो दिन के भीतर शुक्लागंज की ओर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर सकता है।
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