कोलकाता कांड को लेकर सिविल की ओपीडी बंद होने से मरीज बेहाल

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कोलकाता कांड: डॉक्टरों में बढ़ता जा रहा आक्रोश, सिविल की ओपीडी बंद होने से मरीज बेहाल, जिलों में भी प्रदर्शन
कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले को लेकर डॉक्टरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। न्याय की मांग को लेकर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन हो रहे हैं।
कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता की घटना पर डॉक्टरों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लखनऊ के सिविल अस्पताल में शनिवार को डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सभी ओटी बंद रहीं जिसके कारण 25 से ज्यादा सर्जरी टल गईं और मरीज बेहाल हो गए। इससे इमरजेंसी में लोड बढ़ गया और मरीजों की कतार लग गई। सिविल अस्पताल में डॉक्टर व कर्मचारियों ने एकत्र होकर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की।
हड़ताल के कारण अस्पताल में मरीजों की भीड़ लग गई और उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है। मोहनलालगंज की काजल सुबह अपनी मां के साथ नौ बजे आई थी। उसे बुखार और सूजन है। अभी तक उसे इलाज नहीं मिल सका है।


बलरामपुर जिला अस्पताल की ओपीडी बंद, दूर दराज से आए मरीज परेशान
कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना के बाद जिले के डॉक्टर सड़क पर उतर आए हैं। आईएमए के आह्वान पर शनिवार को संयुक्त जिला अस्पताल की ओपीडी बंद कर चिकित्सकों ने प्रदर्शन किया। ओपीडी बंद होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

चिकित्सकों के ओपीडी का बहिष्कार करने के कारण दवा वितरण कक्ष भी बंद रहा साथ ही कई अन्य सेवाएं भी बाधित रही। पचपेड़वा से आए सलीम का कहना था कि वह बच्चे को दिखाने के लिए लाए थे, अब वापस होना पड़ रहा है। यही दर्द अन्य मरीजों का था। हालांकि इमरजेन्सी सेवाएं संचालित है। वहीं, चिकित्सकों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। साथ ही कोलकाता मामले में कार्रवाई व चिकित्सकों की सुरक्षा की मांग की।
झांसी: मेडिकल कालेज की स्वास्थ्य सेवाएं हुई ठप
डॉक्टरों की हड़ताल से मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य सेवाएं शनिवार को पूरी तरह से चरमरा गई है। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने पर्चा बनाने की विंडो बंद करा दी है। वहीं, दूसरी तरफ ओपीडी में कहीं सीनियर डॉक्टर मरीज का इंतजार कर रहे हैं तो कहीं इंतजार करते-करते सीनियर डॉक्टर जा चुके हैं।

मेडिकल कॉलेज में रोगियों की जांच भी बंद हो गई है। अल्ट्रासाउंड और एक्सरे भी नहीं हो रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ उपचार के लिए आए मरीज पर्चा नहीं बनने से बेहाल है। दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और आईएमए के डॉक्टर गेट नंबर 2 के बाद प्रदर्शन और नारेबाजी की।

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