विश्व पुस्तक दिवस पर जेल में जन उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा पुस्तकों व व्हाइट बोर्ड का किया वितरण

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ज्ञान बिना जीवन है सूना, ज्ञान करें मानव कद दूना – इं. अंशुल पटेल

रिपोर्ट – सिद्धार्थ शुक्ला बस्ती

बस्ती। जनपद में विश्व पुस्तक दिवस पर जेल के सलाखों के पीछे बंदियों-कैदियों के पठन-पाठन के लिए जन उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा पुस्तकों व व्हाइट बोर्ड का वितरण किया गया, जिससे बंदियों को सामाजिक, धार्मिक, मनोरंजन से जुड़ी पुस्तकों को पढ़ने का मौका मिलेगा।
जेल अधीक्षिका अंकेक्षिता श्रीवास्तव के प्रयास से जिला कारागार में लाइब्रेरी खोली जाएगी। जल्द ही बंदियों को पढ़ने के लिए पुस्तकें मिलनी शुरू हो जाएंगी।
जन उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष इं.अंशुल पटेल नें जेल अधीक्षिका अंकेक्षिता श्रीवास्तव द्वारा बंदियों के प्रति किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा पुस्तकें हमारे जीवन की अच्छी मित्र होती हैं। उन्होंने कहा इनके अध्ययन से हमारे जीवन में परिवर्तन आता हैं,
उन्होंने कहा जन उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट लगातार जनहित के लिए प्रयासरत है और इससे यहां के कैदियों-बंदियों को जेल से छूटकर बाहर जाएंगे तो उनके जीवन में परिवर्तन आ सके और अपराधी विचारधारा से दूर होकर अच्छा कार्य करें, जिससे उनके जीवन में भी खुशियां आ सके।


इसके पीछे जेल अधीक्षक अंकेक्षिता श्रीवास्तव का मकसद है कि जेल से छूटने के बाद बंदी बाहर जाएं तो उनके जीवन में सुधार आ सके। आपराधिक विचारो से दूर होकर ऐसे काम करें, ताकि उनके जीवन में भी परिवर्तन हो सके।
जेल अधीक्षिका अंकेक्षिता श्रीवास्तव ने कहा बंदी भी पुस्तकों को पढ़ सके, इसके लिए जेल प्रशासन ने लाइब्रेरी खोलने का खाका तैयार किया है।
स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से जेल के लिए पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही हैं, जो पुस्तकें बंदियों को पढ़ने के लिए दी जाएंगी, बताया कि जेल में लाइब्रेरी खोलने का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेज दिया गया है। लाइब्रेरी खोलने की तैयारी कर ली गई है। अस्थाई तौर पर 200 किताबें जुटा ली गई हैं। लाइब्रेरी नहीं होने के कारण अभी बंदियों के बैरक में किताबें भिजवाई जा रही हैं। पुस्तक वितरण कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव कुलविंदर सिंह, एंबीशन पुस्तकालय के संस्थापक संतोष चौधरी, सुरेंद्र वर्मा, शिव शंकर वर्मा, सिद्धार्थ शुक्ला, अधिवक्ता अमरेंद्र सिंह समेत जेल प्रबंधन के समस्त अधिकारी कर्मचारीगण मौजूद रहे।

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