आगरा में एक युवक ने मां-बेटे की हत्या के बाद की खुदकुशी

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मां-बेटे की हत्या के बाद आत्महत्या: 12 साल के मासूम को पत्नी संग नहीं जाने दिया… रात में खेला मौत का खेल
आगरा के पॉश इलाके लॉयर्स कॉलोनी में एक युवक ने मां-बेटे की हत्या के बाद खुदकुशी कर ली। युवक की पत्नी खाटू श्याम दर्शन के लिए गई थी। उसका बेटा भी खाटू श्याम जाने की जिद कर रहा था, लेकिन युवक ने उसे नहीं जाने दिया।
आगरा शहर के पॉश इलाके लॉयर्स कॉलोनी में दिल दहलाने वाली घटना हुई। 1.40 करोड़ रुपये की देनदारी से पैदा हुए तनाव के कारण पाइप फैक्टरी के मैनेजर तरुण चौहान उर्फ जॉली (43) ने 72 वर्षीय मां ब्रजेश देवी चौहान और 12 वर्षीय बेटे कुशाग्र की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली। बताया गया है 12 साल का बेटा पत्नी रजनी के साथ खाटू श्याम दर्शन के लिए जाने की जिद कर रहा था, लेकिन तरुण ने उसे नहीं जाने दिया।
पुलिस की जांच में पता चला कि तरुण 1.40 करोड़ की देनदारी से परेशान था। एक बार पहले भी कर्ज हुआ था। तब पिता ने मकान का एक हिस्सा बेचकर चुका दिया था। मगर, पिता की मौत के बाद देनदारी बनी तो उसे इससे निपटने का रास्ता नहीं मिल रहा था। वह टूट गया था।


उसने हत्या के बाद आत्महत्या की योजना दिन में (शनिवार को) में ही बनाई। रात में घटना को अंजाम दिया। वह पत्नी की भी हत्या करना चाहता था। मगर, उसका अचानक खाटू श्यामजी मंदिर दर्शन जाने का कार्यक्रम बन गया। इससे उनकी जान बच गई।

एसीपी ताज सुरक्षा सैय्यद अरीब अहमद के मुताबिक, जिस कमरे में तरुण की लाश मिली, उसके अंदर एक और कमरा है। इसमें एक मेज पर दो मोबाइल रखे मिले। एक तरुण तो दूसरा बेटे का था। दोनों मोबाइल अनलॉक थे। इस कारण आसानी से खुल गए। पुलिस ने मोबाइल की गैलरी को चेक किया। इसमें एक वीडियो मिला, जो शनिवार दोपहर को 2 बजे बनाया गया था। लगभग 6 मिनट के वीडियो में तरुण ने हत्या और आत्महत्या की वजह बताई है।
मां के साथ जा रहा था बेटा, पिता ने ऑटो से खींच लिया
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि रजनी ने घर से जाने के लिए ऑटो बुलाया था। बेटा कुशाग्र भी जिद करके ऑटो में बैठ गया। वह मां के साथ जाने की जिद कर रहा था। मगर, तरुण बेटे को नहीं भेजना चाहता था। इसलिए बेटे को सिर से पकड़कर बाहर खींच लिया था। पड़ोसियों ने बेटे को मां के साथ जाने की जिद करते हुए देखा था। जब उन्हें हत्या का पता चला तो हर कोई सन्न रह गया। लोग यही कह रहे थे कि बेटा मां के साथ चला जाता तो जान बच जाती।
अब भी लोग मूर्ख कहेंगे…
वीडियो में तरुण कह रहा है कि निंदा और अपमान से परेशान हो चुका हूं। नवंबर 2021 में कंपनी संभाली थी। कंपनी का 1.25 करोड़ का माल बाजार में बेचा था। मगर, भुगतान वापस नहीं मिला। इस कारण पाइप सस्ते में बेच दिया था। 15 लाख रुपये उसके भी फंस गए।
थक चुका हूं। लोग मूर्ख समझते हैं। अब भी लोग मूर्ख ही कहेंगे। पत्नी, मां और बेटे को मारकर अपनी जान दे रहा हूं। जब तक यह वीडियो मिलेगा, तब तक देर हो चुकी होगी। 4 लाशें मिलेंगी। उसके पास अब जान देने के सिवाय कुछ नहीं बचा है। मेरे बाद परिवार की देखभाल कौन करेगा, इसलिए उनकी भी जान लेकर खुद भी जान दे रहा हूं।

वीडियो में तरुण ने कहा है कि वह पत्नी, बेटे और मां को मारकर अपनी जान दे रहा है। पुलिस यह मान रही है कि जिस समय वीडियो बनाया गया, उस समय उसकी पत्नी रजनी का खाटू श्याम मंदिर जाने का कार्यक्रम नहीं था। वह भी घर में होती तो जान चली जाती।
मगर, अचानक ननद का फोन आने की वजह से वो चली गई। तरुण को लग रहा था कि वह मर जाएगा तो परिवार को कौन संभालेगा। वह लोग आत्महत्या के लिए राजी नहीं होंगे। इसलिए पहले उन्हें मारेगा, फिर खुद जान दे देगा।

परिवार के लोगों ने बताया कि तरुण खंदौली स्थित पीवीसी पाइप बनाने की फैक्टरी में दो साल से काम कर रहा था। मार्केटिंग मैनेजर होने के कारण बाजार में माल सप्लाई और ऑर्डर की जिम्मेदारी तरुण पर ही थी। वह पूरी फैक्टरी संभालने लगा था। दिसंबर में फैक्टरी बंद हो गई। तब से वो कोई काम नहीं कर रहा था। बेरोजगार हो गया था। इससे वो परेशान चल रहा था।

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