खुद को टेक्नॉलजी का बादशाह मानने वाले चीन की खुल गई पोल

Estimated read time 1 min read

Asian Games: चीन के हांगझाऊ में 19वें एशियन गेम्स 2023 का आयोजन किया जा रहा है। भव्य ओपनिंग सेरेमनी के साथ इसकी शुरुआत हुई थी लेकिन 11वें दिन जैवलिन थ्रो के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली।
 हांगझाऊ: भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 19वें एशियन गेम्स में कमाल कर दिया। उन्होंने 88.88 मीटर दूर भाला फेंककर भारत के लिए सोने का तमगा जीता। भारत के ही किशोर जेना दूसरे स्थान पर रहे और उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। चीन के हांगझाऊ में आयोजित खेल के 11वें दिन भारत के खिलाड़ियों ने प्रदर्शन दमरार रहा। हालांकि इस दौरान एक विवाद भी सामने खड़ा हो गया।
दरअसल खुद को टेक्नॉलजी का बादशाह मानने वाले चीन की उस समय पोल खुल गई जब जैवलिन थ्रो के समय दूरी नापने वाली मशीन ने काम करना बंद कर दिया। इस कारण खेल को कुछ देर के लिए रोकना भी पड़ गया। मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट में इस तरह की कमी दर्शाता है कि एशियन गेम्स के लिए चीन की तैयारी कैसी है।
चीन दुनिया भर में अपने टेक्नॉलॉजी को लेकर सेखी बघारता है। हालांकि सच यह भी की चाइनीज टेक पर दुनिया का भी भरोसा बहुत कम ही है और इस बार तो उसे ही धोखा मिल गया।

Neeraj Chopra : Asian games

बता दें कि भारत के नीरज चोपड़ा जब थ्रो करने के लिए आए तो उनके पहले प्रयास को फाउल दे दिया गया क्योंकि मशीन ने दूरी को नापी ही नहीं, यहां पर नीरज चोपड़ा की कोई गलती नहीं थी लेकिन फिर भी उनका पहला प्रयास खराब रहा। इसे लेकर नीरज चोपड़ा अधिकारियों से बात भी की लेकिन अंत में फाउल देने का ही निर्णय लिया गया।

इसका असर नीरज चोपड़ा पर साफ देखने को मिला और ऑफिशियल रूप से जब वह अपना थ्रो करने आए तो वह अपनी उस लय में नहीं लग रहे थे जैसा की वह शुरू में दिखे थे। नीरज इस तरह की व्यवस्था के कारण काफी निराश भी दिखे। हालांकि चौथे थ्रो तक आते-आते गोल्डन बॉय ने चीन में सोने की दूरी को नाप दी और गोल्ड मेडल अपने नाम किया।

नीरज को अपने ही साथी किशोर जेना से भी कड़ी टक्कर देखने को मिली। एक समय ऐसा था जब जेना नीरज से आगे चल रहे थे। हालांकि वह अपनी बढ़त बरकरार नहीं रख सके और उन्हें दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। इस तरह किशोर को सिल्वर मेडल मिला

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours