प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के खिलाफ मुख्यमंत्री, महानिदेशक शिक्षा समेत उच्चधिकारियों से हुई शिकायत

Estimated read time 0 min read

प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के खिलाफ मुख्यमंत्री, महानिदेशक शिक्षा समेत उच्चधिकारियों से हुई शिकायत

जिला संवाददाता
सिद्धार्थ शुक्ला बस्ती

बस्ती। जनपद के विकास खंड कप्तानगंज के अंतर्गत कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय खजुरिया मिश्र में तैनात प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा वर्तमान समय में सुर्खियों में चल रहे है। आपको बता दें कि विकासखण्ड कप्तानगंज के अन्तर्गत ग्राम पंचायत खजुरिया मिश्र में तैनात प्रधानाध्यपक राम जियावन वर्मा पहले ऐसे एक अध्यापक है जो सरकारी शासनादेश को ताख पर रख कर विद्यालय में मनचाहा कार्य करते हैं। प्रधानाध्यापक पर विद्यालय परिसर में चोरी से दो पेड़ चिलबिल कटाने का आरोप लगा है । 20 दिन से ऊपर का समय बीतने के बाद भी खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रभात कुमार श्रीवास्तव एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार तिवारी ने प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के खिलाफ जांच , स्पष्टीकरण एवं कार्रवाई के नाम पर लीपापोती किया है जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।

सरकारी खजाने को चूना लगाने वाले प्रधानाध्यापक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई न होना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के द्वारा सरकारी आचरण नियमावली का खुल्लमं खुल्ला उल्लंघन करने के बाद भी बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार तिवारी प्रधानाध्यापक पर मेहरबान है और स्पष्ट है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी के संरक्षण में विद्यालय परिसर से चिलाबिल के पेड़ की बिक्री करके लकड़ी ठेकेदार के माध्यम से कटाई कराई जा रही थी एवं चिलबिल के पेड़ की बिक्री की गई धनराशि को सरकारी खजाने में जमा करने के बजाएं आपस में बंदर बांट करने की तैयारी थी। खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा उक्त प्रकरण में लीपापोती देखकर उक्त मामले की शिकायत मुख्यमंत्री , महानिदेशक शिक्षा विभाग लखनऊ उ0 प्र0 , निदेशक शिक्षा विभाग लखनऊ उ0 प्र0 , अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा लखनऊ उ0 प्र० से की गई है और तत्काल उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर आरोपी प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना को कोई भी अध्यापक अंजाम देने की हिम्मत न जुटा सके।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours