लम्भुआ क्षेत्राधिकारियों ने धोपाप मंदिर का किया निरीक्षण

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लम्भुआ क्षेत्रा अधिकारी अब्दुस सलाम व खंड विकास अधिकारी लम्भुआ आलोक वर्मा एसडीएम लम्भुआ गामिनी सिंगल ने किया निरीक्षण

सुलतानपुर जनपद के लम्भुआ विकास खंड मे धोपाप के नाम से प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है । प्रतिवर्ष रामनवमी एवं ज्येष्ट शुक्ल दसमी को असंख्य धर्मपरायण लोग यहा स्नान करते है । लोगो का मानना है यहा स्नान करने से मुक्ति मिलती है ।धोपाप मंदिर तहसील लम्भुआ में स्थित है। यह जगह सुलतानपुर-जौनपुर रोड (एनएच -56) पर सुलतानपुर शहर से लगभग 28 किमी दक्षिण पूर्व और अयोध्या से 85 किमी दूर हैं. लोहरामऊ मंदिर से 15 किमी दूर गोमती नदी के दाहिने किनारे पर लम्भुआ में स्थित है.विष्णु पुराण के अनुसार, गोमती को इस मार्ग में धोपाप के रूप में जाना जाता था, जो पूर्व से धोपाप तक पहुंचता है और इस जगह के पास एक लूप बनाने के बाद दक्षिण पूर्व में तेज मोड़ लेता है।

धोपाप घाट के नाम से जाना जाने वाला घाट बनाया गया है, जहां लोग नदी में अपने पापों को धोने में राम के उदाहरण का पालन करते हैं। कहानी यह है कि भगवान राम ने ब्राह्मण जाति के राक्षस राजा रावण की हत्या के पाप के लिए यहां प्रश्चित किया,महर्षि वशिष्ठ की सलाह पर नदी में डुबकी लेकर जब श्री लंका से लौट रहे थे।लोग मानते हैं कि जो दशहरा के दिन इस जगह पर जाते हैं, वे अपने पापों को गोमती नदी में धो सकते हैं। यहां भगवान राम का एक बड़ा मंदिर है, जहां बड़ी संख्या में भक्तजन आते हैं।ज्येष्ठ स्नान मेला ज्येष्ठ महीने के 10 वें दिन, गंगा दशहरा और चैत्र रामनवमी पर आयोजित की जाती है। घाट में एक राम मंदिर स्थित है जो सूर्योदय से-सूर्यास्त तक खुलता है।
रिपोर्ट जिला सावंददाता. अनुराग शर्मा

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