खीरों, रायबरेली। बंदरों के आतंक से पीड़ित कस्बावासी लगभग आधा सैकड़ा महिलाओं ने गुरुवार को ब्लाक मुख्यालय खीरों में प्रदर्शन करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों से बंदरों को पकड़वाने की मांग की। जबकि बीडीओ ने उनका ज्ञापन लेने से मना कर दिया और उन्हें यह बताया कि इस समस्या की शिकायत पीड़ित लोग जिला प्रशासन से करें। जिससे नाराज होकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने ब्लाक मुख्यालय परिसर में नारेबाजी की।। कस्बा वासियों ने विभागीय अधिकारियों से शीघ्र बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
नई बाजार कस्बा खीरों निवासी लगभग आधा सैकड़ा महिलाओं ने ब्लाक मुख्यालय खीरों का घेराव कर प्रदर्शन करते हुए बताया कि बीते कई वर्षों से कस्बा खीरों में बंदरों का आतंक व्याप्त है। सभी लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। घरों में सुखाने के लिए डाले गए गीले कपड़े बंदर उठाकर फाड़ देते हैं और घरों से सामान उठा ले जाते हैं। प्रतिदिन कई लोगों को बंदर काटकर घायल कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में बंदरों के हमले से छत से गिरकर कई मौतें भी हो चुकी हैं। कस्बे की दुकानों से खरीददारी कर सामान ले जाने वाले लोगों के हाथों से बंदर सामान छीन लेते हैं और घायल कर देते हैं। कस्बे के विद्यालयों में कमरों के अंदर घुसकर बंदर छात्रों को घायल कर उनके टिफिन उठा ले जाते हैं। ब्लाक मुख्यालय पर शिकायत करने पर अधिकारियों ने उनका ज्ञापन लेने से इंकार करते हुए कहा है कि ब्लाक स्तर से इस समस्या का कोई समाधान नहीं हो सकता है। सभी लोग इसकी शिकायत जिले स्तर पर करें। इस सम्बंध में रेंजर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बंदरों से संबंधित मामलों को वन विभाग से हटा कर शासन ने अलग से व्यवस्था की है। उनके सहयोग से बंदरों को पकड़वाने का प्रयास किया जायेगा।
रिपोर्ट-राम मोहन यादव खीरों रायबरेली
+ There are no comments
Add yours