पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि आरोपियों ने कबूल किया है कि मृतक की पहचान छिपाने के लिए सिर लोहिया पुल साहुद मोड़ के मलंगा नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिए हैं।
औरैया जिले में युवक की हत्या कर सिर विहीन शव जालौन में फेंकने के आरोपियों को सदर कोतवाली पुलिस व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिए हैं। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के थाना सिकटा गांव शिकारपुर निवासी बबलू कुमार ने रविवार की सुबह पुलिस को सूचना दी कि उनका बेटा सूरज 11 अक्तूबर को औरैया गया था।
पश्चिम चंपारण के ही साथी अनिल और दीपक राम के साथ रह रहा था। उसने दो नवंबर को घर आने की बात कही थी। दो नवंबर को सूरज को फोन किया तो उसने नींद आने की बात कही। इसके बाद फोन बंद हो गया। इस पर अनिल को फोन किया, तो उसने बताया कि सूरज को खानपुर चौराहे से ऑटो में बैठाकर विदा कर दिया है। अनहोनी की आशंका पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
बार-बार रुपये मांग रहा था सूरज
सदर कोतवाली पुलिस व एसओजी ने संदेह के आधार पर सूरज के साथी अनिल और दीपक को सैनिक कॉलोनी स्थित किराये के कमरे से पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। अनिल ने पुलिस को बताया कि सूरज ने एक महीने पहले प्रोडक्ट खरीदने के लिए 20 हजार रुपये उसे दिए थे। वह बार-बार रुपये मांग रहा था। रुपये वापस न करने पड़े, इसलिए दीपक के साथ मिलकर सूरज की हत्या कर दी।
बताया कि तीनों एक कॉस्मेटिक कंपनी में नेटवर्क मार्केटिंग का काम करते थे। इसमें पैसे लेकर मार्केटिंग के लिए कॉस्मेटिक कि सामान दिए जाते हैं। पुलिस ने बताया कि अनिल और दीपक दो नवंबर की रात सूरज को उरई से ट्रेन में बैठाने की बात कहकर निकले। तीनों बाइक पर थे। ग्राम मडारी व ग्राम पहाड़पुर के बीच खाली खेतों में सूरज का मुंह दबाकर चाकुओं से गला रेतकर सिर धड़ से अलग कर दिया।
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