मासूम का अपहरण कर हत्या करने वाला आरोपी पड़ोसी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार

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मासूम का अपहरण कर हत्या करने वाला आरोपी पड़ोसी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, 24 घंटे पहले मिला था शव
मुठभेड़ के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी हैं। आरोपी के घर से पुलिस ने 24 घंटे के पहले ही मासूम बच्चे का शव बक्से के अंदर बोरे में लिपटा हुआ बरामद किया था।
गहमर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से दो दिन पहले अपहृत बालक की हत्या कर शव अपने ही मकान में बक्से में रखने वाले पड़ोसी को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी हैं। आरोपी के घर से पुलिस ने 24 घंटे के पहले ही मासूम बच्चे का शव बक्से के अंदर बोरे में लिपटा हुआ बरामद किया था।
नौ वर्षीय बालक कक्षा तीन का छात्र था। वह 19 फरवरी को स्कूल से आने के बाद फुटबॉल मैच देखने चला गया, लेकिन लौटा नहीं तो परिजनों ने 20 फरवरी को अपहरण की सूचना पुलिस को देने के साथ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। देर शाम परिजनों को एक रिश्तेदार का फोन आया और उसने पट्टीदार पर आशंका व्यक्त की। इधर, पट्टीदार परिवार के सदस्यों के साथ फरार हो गया। देर रात पुलिस पड़ोसी के घर में दाखिल हुई। वहां एक कमरे में रखे बक्से का पुलिस ने ताला तोड़ा तो बोरे में बालक का शव बरामद हुआ। बालक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने पड़ोसी पर हत्या का मुकदमा दर्जकर तलाश शुरू कर दी थी।


अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि रात लगभग 12 बजे चौकी प्रभारी देवल को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि अपहरण/हत्या का आरोपी संजय नट अपने गांव से निकलकर मोटरसाइकिल से भदौरा की तरफ जा रहा है। चौकी प्रभारी देवल द्वारा हत्यारोपी वांछित अभियुक्त को अपनी टीम के साथ घेराबंदी कर रोकने का प्रयास किया गया तो मोटरसाइकिल से झटका देते हुए भदौरा की ओर भागा, उन्होंने घटना की सूचना तत्काल प्रभारी निरीक्षक गहमर को दी गई, जो भदौरा तिराहे पर अपनी टीम के साथ मौजूद थे।

प्रभारी निरीक्षक गहमर द्वारा अपनी टीम के साथ आगे से घेराबंदी की गई। मिश्रौलिया गांव के पास मोड़ पर आगे-पीछे से पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी देख बदमाश मोटरसाइकिल बीच सड़क पर गिराकर सड़क के किनारे आड़ लेकर पुलिस टीम पर गोली चला दी।, पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ संतुलित जवाबी फायरिंग की गई जिसमें बदमाश के दाहिने पैर में गोली लग गई, जिसे तत्काल सीएचसी भदौरा भेज दिया।

बालक के परिजनों और पट्टीदार के परिवार से काफी दिनों से बोलचाल बंद है। गांव ही नहीं आस-पास के इलाकों में भी घटना की पूरे दिन चर्चा रही।

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