लखनऊ के दुबग्गा में पांच मई को जिस 14 साल की किशोरी का दुराचार हुआ था, उसकी सोमवार को घर पर मौत हो गई , किशोरी की मौत के बाद घर वालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये आईआईएम रोड स्थित पावर हाउस चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन किया। इसके बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी। वहीं पीड़ित परिवार ने दो अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है |
जेहटा, टांडखेड़ा गांव में रहने वाले प्रियांशु यादव की सोशल मीडिया के जरिये किशोरी से दोस्ती हुई थी। पांच मई को प्रियांशु ने किशोरी को मिलने के लिए आम्रपाली योजना में बुलाया। यहां एक प्लॉट में उसके साथ दुराचार किया। विरोध करने पर उसकी पिटाई की। पुलिस ने बताया कि किशोरी को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। हालत में सुधार होने पर डॉक्टरों ने उसे दो दिन पहले छुट्टी दे दी थी। सोमवार सुबह उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया किरेप पीड़िता का करीब दो साल से गुर्दें की बीमारी का इलाज चल रहा था। समय-समय पर डायलिसिस चल रही थी। रेप के बाद बच्ची को किसी प्रकार की आंतरिक चोट की पुष्टि नहीं हुई थी। लिहाजा इलाज कर रहे डॉक्टरों ने अगले दिन डिस्चार्ज कर दिया था।
ग्रामीण पोस्टमार्टम के बाद किशोरी का शव लेकर घर आ गये थे। पर, अंतिम संस्कार करने को नहीं राजी हुये। परिवारीजनों ने साफ कह दिया कि जब तक दो अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। आरोप है कि जेहटा गांव के प्रधान राहुल यादव और उनकी मां ने सुलह करने के लिये दबाव बनाने की भी कोशिश की |
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