अब बैसाखी के सहारे चलेगा किशनपुर का लंगड़ा पुल
पहले लगाई घटिया सामग्री और बल्लियों के सहारे लगा रहे पुल्ली
फतेहपुर। जनपद के किशनपुर कस्बे में करोड़ो रुपए की लागत से तुर्की नाला पर बना पुल अब लंगड़ा हो गया है। लंगड़े पुल को अब बैसाखी की जरूरत पड़ने लगी है। जिसको चलाने के लिए बल्लियों का सहारा लिया जा रहा है। करोड़ो रुपए का भ्रष्टाचार करने वाले अब पुल का पंचर बना हवा भरने की जुगाड लगा रहें हैं।
किशनपुर से दादों को जोड़ने के लिए यमुना नदी में सन् 2016 में पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। कार्यदाई संस्था ने कछुए की रफ्तार से काम करते हुए पुल को तैयार करने में आठ साल लगा दिए। करोड़ो रुपए की मलाई पेलने के बाद जैसे तैसे कर पुल को तैयार किया गया। इस दौरान पुल के रास्ते में पड़ रहे तुर्की नाला पर छोटे पुल का निर्माण कराया गया। पुल निर्माण के बाद उस पर अप्रोच इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण कराया गया। छोटे पुल का निर्माण कमीशनखोरी के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती गई।
बाजारों में बिकने वाली सस्ती सीमेंट का इस्तेमाल कर मोटी मलाई खाने वाले भ्रष्टाचारियों ने करोड़ों रुपए से अपना जेब गर्म कर लिया। पुराई के दौरान बलुई मिट्टी का इस्तेमाल कर पंचिंग का काम करा दिया गया। नतीजा यह रहा कि हाल ही में यमुना की आई बाढ़ व रिमझिम बारिश के बीच अप्रोच इंटरलॉकिंग सड़क के साथ बह गई। सड़क बहने का मामला गर्माया तो कार्यदाई संस्था व पीडब्ल्यूडी विभाग के भ्रष्टाचार की पोल खुल गई। पहली बात तो तुर्की नाला पुल की ऊंचाई दादों पुल की ऊंचाई से अधिक कर दी गई। इस दौरान कमीशनखोरी के चलते न तो पीडब्ल्यूडी विभाग के किसी अधिकारी ने हस्तक्षेप किया न ही इंजीनियरिंग की नजर इस पर पड़ी। खैर पुल पर बनी सड़क बही तो बेचैनी भी बढ़ने लगी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़क के दोनों तरफ गढ्ढा खोद भारी वाहनों का आवागमन बंद करा दिया। लेकिन हैरानी की बात तो तब हुई की पुल व सड़क पर भारी भ्रष्टाचार करने वाले पर कार्यवाही के बजाय पुल को बैसाखी के खड़ा करने का जुगाड होने लगा। बांस बल्लियों के सहारे लंगड़े पुल पर आवागमन करने की कवायद शुरू कर दी गई। बल्लियां लगा पुल पर बोरियों में मिट्टी भर पुराई की तैयारी शुरू कर दी गई। खैर कस्बे पर बना यह लंगड़ा पुल लोगों के बीच मजाक बना हुआ है। वहीं लोगों के बीच करोड़ों रुपए की मलाई खाने वाले भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही न होना भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
Inf न्यूज ब्यूरो चीफ रणविजय सिंह फतेहपुर
+ There are no comments
Add yours