शिकायती पत्र पर नौगवां पहुंचे डीसी मनरेगा,की गई स्थलीय जांच
पत्रकारों को जवाब देने से कतराए डीसी मनरेगा, बोले मुझे बाइट देने का अधिकार नहीं
लंभुआ सुलतानपुर। मनरेगा में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ गांव के ही निवासी रविंद्र दूबे उर्फ मुन्ना दूबे के शिकायती पत्र पर डीसी मनरेगा ने पहुंचकर स्थलीय जांच की।अधिकारी द्वारा गांव के तीन तालाब पर हुए मनरेगा मजदूरी से कार्यों की जांच की गई।
नौगवां गांव में मनरेगा मजदूरों से हुए कार्यों में गांव के ही तीन तालाब की खुदाई की गई है। जिस पर आरोप लगाते हुए यही के निवासी मुन्ना द्विवेदी ने अधिकारियों को शिकायती पत्र देते हुए बताया की गांव में मौजूद तालाब को जेसीबी से खोदा गया है।जबकि बाकायदा बिना मजदूरी किए कई मजदूरों के नाम पर फर्जी तरीके से पैसा भी निकाला गया है।
जांच करने पहुंचे मनरेगा के डीसी मनरेगा के.डी. गोस्वामी शाम करीब 3:00 बजे नौगवां गांव में बने पंचायत भवन पर पहुंचे। जहां पहले से मौजूद मनरेगा मजदूरी में नामित दो दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे। जिसमें मौजूद संगीता,रामखेलावन,गीता, सुनीता,राकेश,रूबी आदि मनरेगा मजदूरों ने मौजूद डीसी मनरेगा को हस्ताक्षर सहित बताया कि उन्होंने बड़के तालाब पर मनरेगा मजदूरी का कार्य किया है।वही तालाब गाटा संख्या 164 के स्थलीय जांच में पहुंचे डीसी मनरेगा से पड़ोस के निवासी आनन्दमणि तिवारी ने बताया कि इस तालाब में मजदूरों द्वारा कार्य कराया गया है। जबकि दूसरे तालाब गाटा संख्या 237 की जांच में वहां मौजूद पट्टा धारक राधेश्याम ने बताया कि तालाब की खुदाई मनरेगा मजदूरों द्वारा कराई गई है।इस मौके पर ग्राम प्रधान वीणा सिंह मौजूद ही नहीं रही,वही स्थानीय पंचायत भवन से लेकर तालाब तक की जांच अधिकारी ने प्रधान पति विजय सिंह,और शिकायत कर्ता मुन्ना दूबे की मौजूदगी में की। पत्रकारों के पूछने पर डीसी मनरेगा केडी गोस्वामी ने बताया कि उन्हें वर्जन देने का अधिकार नहीं है फिलहाल जांच चल रही है अभी जांच पूरी नही हुई है। प्रधान पति श्री सिंह ने बताया की पत्नी की तबीयत खराब है। इस मौके पर ग्राम पंचायत सचिव रामराज, पंचायत सहायक, ऋचा सिंह,तकनीकी सहायक सृजन सिंह, रोजगार सेवक अर्चना सिंह समेत ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट- अनुराग शर्मा
+ There are no comments
Add yours