अमेठी की कुछ खास बाते जिसे हर कोई जानना चाहता है

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अमेठी भारतीय गणराज्य के प्रांत उत्तर प्रदेश  का एक जिला और शहर है. अमेठी जिले के गठन से पहले यह सुलतानपुर जिले के अंतर्गत आता था.

अमेठी भारतीय राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र  है. अमेठी उत्तर प्रदेश का 72वां जिला है जिसे बहुजन समाज पार्टी सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई 2010 को अस्तित्व में लाया गया था. गौरीगंज शहर अमेठी जिले का मुख्यालय  है. शुरुआत में इसका नाम छत्रपति साहूजी महाराज नगर था लेकिन इसे बदलकर अमेठी कर दिया गया. यह भारत के नेहरू-गांधी परिवार  की राजनैतिक कर्मभूमि रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु  उनके पोते संजय गांधी , राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी ने इस जिले का प्रतिनिधित्व किया है. 2014 आम चुनाव में राहुल गांधी यहां से सांसद चुने गए लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी  की स्मृति ईरानी ने पराजित कर दिया.

2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक अमेठी की 72.16 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 83.85 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 60.64 फीसदी है

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की एक इकाई अमेठी के कोरवा में है जो भारतीय वायु सेना के लिए विमान बनाती है. अमेठी में इंडो गल्फ फर्टीलाइजर्स की एक खाद बनाने की इकाई भी मौजूद है.

अमेठी रियासत का इतिहास एक हजार वर्ष से भी पुराना है. राजा सोढ़ देव ने तुर्कों के आक्रमण के दौरान 966 ई. में इस रियासत की स्थापना की थी. तुर्कों के बाद मुगल शासकों ने भी इस रियासत पर हमले किए लेकिन इसका मान-सम्मान बचा रहा

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