जिंदा जला दिया ट्रांसपोर्टर, हिस्ट्रीशीटर की बेटी से हुआ था प्यार; लाश देखकर कांप गए लोग
कासगंज के ट्रांसपोर्टर की लाश कार में मिली। आशंका जताई जा रही है कि ट्रांसपोर्टर को कार में जिंदा जला दिया गया। उसके आगरा के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर की बेटी से प्रेम संबंध थे। पुलिस को शक है कि इसी वजह से उसकी निर्मम हत्या की गई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
मथुरा में कार में जली परिस्थितियों में मिले कासगंज के ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव के सिकंदरा थाने के हिस्ट्रीशीटर की बेटी से प्रेम संबंध थे। मृतक के परिजन ने हत्या करने की आशंका जताई है। इसके बाद पुलिस ने सिकंदरा में हिस्ट्रीसीटर के घर दबिश दी तो परिजन फरार मिले। इससे प्रेमिका के परिजन पर शक गहरा गया है।
फरह पुलिस को सोमवार को पुष्पेंद्र की जली हालत में जिस कार में लाश मिली, वह उनके दोस्त मदन मोहन दरवाजा, आगरा के अजय तोमर की थी। पुलिस सिकंदरा पहुंची तो उसकी प्रेमिका के बारे में जानकारी मिली। पुलिस को थाना सिकंदरा से पुष्पेंद्र की प्रेमिका के बारे में जानकारी मिली। उसके घर पुलिस की टीम पहुंची तो पता चला कि प्रेमिका और उसका पिता घर पर नहीं मिले।
इससे पुलिस का शक और गहरा गया।पुलिस ने बताया कि पुष्पेंद्र अपनी प्रेमिका को 13 सितंबर 2023 काे फुसलाकर ले गया था। हिल स्टेशन पर उसे होटल में रखा था। प्रेमिका ने वापस आकर सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें उसने लिखाया था कि पुष्पेंद्र उसे नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश करके ले गया था। होटल में ले जाकर उसने कहा था कि वह उससे शादी करेगा। इसके बाद वह 22 सितंबर उसे अलीगढ़ में छोड़कर चला गया। वहां से वह बुआ के घर चली गई और लौटकर मुकदमा लिखाया। इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि युवती के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए थे। उसने आरोपी के पक्ष में बयान दिए। इसलिए चार्जशीट नहीं लग सकी थी। आरोपी ने कोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे भी ले लिया था। युवती का पिता सिकंदरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह पेरौल पर जेल से छूटकर बाहर आया है। युवती और उसके पिता के बारे में जानकारी की जा रही है।
द्वारिका धाम में किराये पर रहते थे पुष्पेंद्रएत्मादपुर। पुष्पेंद्र एत्मादपुर के गांव भागूपुर की द्वारिका धाम कॉलोनी में किराए पर रहते थे। सोमवार को फरह पुलिस यहां भी पहुंची। पुष्पेंद्र के द्वारिका धाम कालोनी स्थित घर पर ताला लगा था। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि उनका किसी से मिलना-जुलना नहीं था। वह आसपास के लोगों से कम ही बात करते थे। बलात्कार का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस उसके बारे में पूछताछ करने जरूर आई थी।
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