कानपुर में घाटमपुर के अकबरपुर बीरबल गांव में दो दिन से लापता पांच वर्षीय मासूम की हत्या उसकी चचेरी बहन ने ही की थी। हत्या के बाद उसके शव को कंडे के बोरे में रखकर जमीन में दफना दिया गया। पुलिस ने गुरुवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए हत्यारोपी किशोरी को बाल सुधार गृह (बालिका) भेज दिया है।
अकबरपुर गांव में रहने वाले संजय निषाद का पांच साल का बेटा साहिल 29 जुलाई सोमवार को घर के बाहर खेलते हुए लापता हो गया था। साहिल की मां रश्मि ने पड़ोस में रहने वाले जेठ रमेश के परिवार के लोगों पर बेटे का गायब करने की आशंका जाहिर की थी। बुधवार को रमेश के घर से बदबू आने पर संजय निषाद ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
फोरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंची पुलिस, रमेश के पशुबाड़े पहुंची तो एक हिस्से की मिट्टी खुदी हुई दिखी। यहां पुलिस ने खोदाई करवाई तो दो फीट नीचे साहिल का शव मिल गया। पुलिस ने आरोपी रमेश, उनकी पत्नी और उनकी नाबालिग बेटी को हिरासत में ले लिया।
एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि रमेश की सात साल की छोटी बेटी को बिस्कुट खिलाकर पूछा तब उसने बताया कि बड़ी बहन ने उसके सामने साहिल की गला घोंटकर हत्या की थी हत्यारोपी किशोरी ने बताया कि साहिल के परिवार वाले कोई भी गलत काम होने पर उसका नाम लगा देते थे। घटना वाले दिन साहिल उसके यहां झूला झूलने आया था। उस वक्त वह उपले बना रही थी। साहिल को उसने भगाया मगर वह छत पर चला गया। काफी देर नहीं लौटा तो छत पर पहुंची। वह पानी की टंकी में डूब गया था। वह उसे देखकर डर गई और वहां से निकालकर फूस में छुपा दिया था।
संजय ने बताया कि दो महीने पहले उनकी पत्नी के जेवरात और रुपये घर से चोरी हुए थे। उन्हें संदेह था कि पड़ोस में रहने वाली भतीजी ने ही चोरी किए हैं। इस बात को लेकर रमेश की बेटी पर आरोप लगाया था। इससे खुन्नस में आई रमेश की बेटी ने बेटे साहिल की हत्या की धमकी दी थी।
मृतक साहिल की एक बहन भी थी। पांच साल पहले 3 साल की उम्र में पानी भरी बाल्टी में डूबकर मौत हो गई थी। अब परिवार के लोग उस घटना से भी जोड़कर देख रहे हैं। साहिल के पिता संजय निषाद ने शक जताया कि उनकी बेटी की हत्या भी इसी ने की होगी।
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