सेन पश्चिपारा थाना क्षेत्र के वरुण (12) की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी। मामले में पुलिस ने दो नाबालिगों को जेल भेजा है, जबकि दो आरोपी फरार हैं।
कानपुर के सेन पश्चिम पारा में 10 जनवरी को हुए वरुण हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो नाबालिगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हत्याकांड के मास्टर माइंड गांजा तस्कर दंपती अभी फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों ने प्रॉपर्टी मांगने को लेकर हत्या की बात कबूली है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद किया है। एडीसीपी अंकिता शर्मा ने बताया कि हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस ने जब वरुण की बहन से पूछताछ की तो उसने बताया कि चकेरी के गणेशपुर निवासी पंचू अक्सर उसके घर आता है,जो उनके साथ पिता की तरह रहता है।
कुछ दिन पहले ही मां ममता ने पंचू से साथ में रहने की वजह से वरुण के नाम प्रॉपर्टी करने की बात कही थी। ज्यादा दबाव बनाया तो पंचू ने यह बात अपनी पत्नी गुड़िया को बताई। गुड़िया ने वरुण की हत्या की साजिश रची। गांजा सप्लाई करने वाले दो नाबालिगों को भी हत्या में शामिल किया गया। इसके बाद उसकी हत्या कर शव बंबा में फेंक दिया गया।
पुलिस हिरासत में दोनों नाबालिगों ने बताया कि हत्याकांड की मास्टर माइंड गुड़िया और पंचू ने उन दोनों को बुलाया और 10 हजार रुपये में वरुण की हत्या करने के लिए कहा। साजिश के तहत दोनों नाबालिग पंचू की बाइक से वारदात के दिन वरुण को लेकर चले। दोनों नाबालिगों को गुड़िया ने अपना फोन दे दिया था।
पूरे दिन बाइक पर वरुण को बैठाकर हत्या के लिए मुफीद जगह खोजते रहे। शाम सात बजे गुड़िया के दिए फोन पर एक कॉल आया, स्क्रीन पर भइया लिखा था। कॉल उठाने पर कॉलर ने हत्या न करने पर अंजाम भुगतने को कहा। दोनों नाबालिग डर गए और वरुण को लेकर गुड़िया के मायके चकेरी पहुंच गए।
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