शीतलहर का कहर: हार्ट-ब्लड प्रेशर के मरीजों की बढ़ रही मुसीबत..रखें ख्याल
खासतौर से शुगर-ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए दिक्कत बढ़ गई है। शीतलहर के कारण डॅाक्टर इन्हें घर से बाहर निकलने के लिए मना कर रहे हैं।
शीतलहर के चलते हार्ट और ब्लड प्रेशर के मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विशेष खतरा उन्हें है, जिनका ब्लड प्रेशर अक्सर बढ़ा रहता है, लेकिन वह नियमित तौर पर दवा नहीं ले रहे हैं। ऐसे लोगों में स्ट्रोक का खतरा अधिक है। ओपीडी में इन दिनों की संख्या बढ़ गई है।
डॉ. आरपी त्रिपाठी बताते हैं -सर्दियों में शारीरिक गतिविधियां शिथिल होने के चलते मांसपेशियों और नसों में भी सिकुड़न आती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। जिनका ब्लड प्रेशर अनियमित रहता है, यह स्थिति उनके लिए खतरनाक हो सकती है। इसलिए सर्दियों में अपने ब्लड प्रेशर की जांच करा लें और डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से दवा लेना भी शुरू कर दें। अभी तीन दिन और सताएगी ठंड, सुबह कोहरा शाम को गलन
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश चंद्र शाही बताते हैं कि इस मौसम में नसों में सिकुड़न के चलते ब्लड प्रेशर बढ़ना आम बात है। जो लोग पहले से दवा ले रहे हैं, उन्हें खुद को सर्दी से बचाना बहुत जरूरी होता है। साथ ही शरीर को भी सक्रिय रखना है। इसलिए प्रयास करें कि घर में ही हल्का-फुल्का व्यायाम कर लें। इसके लिए दवा नियमित तौर पर लेते रहें। अपनी मर्जी से कोई दवा बंद न करें।
इस बात का रखें ख्याल
सुबह-शाम खुले मैदान में टहलने से परहेज करें।
अगर बाहर जाना भी है तो सर्दी से बचने के लिए पूरे शरीर को गर्म कपड़ों से ढककर निकलें।
अगर हार्ट या ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो अपना चेकअप कराकर दवा नियमित रूप से लेते रहें।
अगर नियमित व्यायाम करते हैं तो कमरे में ही अभ्यास कर लें, ताकि सर्दी से बच सकें।
अधिक तेल, मसालेदार भोजन से परहेज करें।
+ There are no comments
Add yours