स्वामी प्रसाद मौर्य: बोले- हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले चाहते हैं बंटवारा, प्राण प्रतिष्ठा को बताया ढोंग
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारतीय संविधान कहता है कि धर्म, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। इसलिए यदि कोई हिंदू राष्ट्र की बात करता है, तो दूसरे धर्म के लोग भी यह कर सकते हैं।
करोड़ों का रोजगार छीनकर सरकार पांच किलो चावल में उन्हें उलझाए है। बांदा जिले में भाजपा को घेरते हुए मुख्य अतिथि एवं सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि युवाओं को आस्था नहीं विज्ञान की ओर प्रेरित करने का काम करना चाहिए। राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपने भाषण में फिर से रामायण की चौपाई को कहकर विवादित बयान को दोहराया।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान कहता है कि धर्म, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। इसलिए यदि कोई हिंदू राष्ट्र की बात करता है, तो दूसरे धर्म के लोग भी यह कर सकते हैं। ऐसी बात करने वाले लोग बंटवारा चाहते हैं। राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मौर्या ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का हो रहा है ढोंग
भारत-पाकिस्तान का बंटवारा भी हिंदू महासभा की इसी मांग की वजह से हुआ था। इसीलिए भारत पाकिस्तान अलग-अलग हुए। भाजपा सरकार संविधान का अपमान कर मनमानी करने की फिराक में है। मौर्य ने रामायण की चौपाई कहकर फिर विवादित बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि पिछड़ों के साथ हमेशा भेदभाव हुआ है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का ढोंग रचकर युवाओं और देश के लोगों को ठगने का काम सरकार कर रही है।
युवाओं को आस्था नहीं विज्ञान की ओर ले जाना चाहिए
88 करोड़ बेरोजगारों को पांच किलो मुफ्त अनाज में उलझाये है। धर्म कि राजनीति कर भाजपा इन युवाओं का भविष्य बिगाड़ रही है। युवाओं को आस्था नहीं विज्ञान की ओर ले जाना चाहिए। इस कार्यक्रम को बाबा साहेब आंबेडकर वाहिनी राष्ट्रीय सचिव व मुख्य संरक्षक मान सिंह पटेल, संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश बौद्ध, पूर्व मंत्री शिव शंकर पटेल, सपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन कुशवाहा, मेघनाद खंगार ने भी संबोधित किया।
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