शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का जताया विरोध
खीरों बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। कुछ जिलों में इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। जिसमें जनपद रायबरेली भी शामिल है । उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ शाखा खीरो ने इसका विरोध किया है। साथ ही इस आदेश के खिलाफ शिक्षकों ने रोष प्रकट किया है ।
ब्लॉक अध्यक्ष नीरज हंस ने ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की है उन्होंने कहा कि यह उचित और व्यवहारिक नहीं है, कई विद्यालय सुदूर क्षेत्रों में स्थित है जहां तक आवागमन की समुचित व्यवस्था नहीं है तथा शिक्षकों को तमाम गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न रखा जाता है जिसके कारण ऐसे आदेश बिल्कुल भी व्यवहारिक नहीं है संघ पदाधिकारियों ने कहा कि ऑनलाइन उपस्थिति के संबंध में प्रांतीय नेतृत्व द्वारा लगातार अधिकारियों से वार्ता की जा रही है एवं लगातार विरोध दर्ज कराया जा रहा है
ब्लॉक मंत्री रामनारायण ने कहा कि शिक्षकों की पदोन्नति, वेतनमान की विसंगति, परस्पर तबादला प्रक्रिया, कैसलेश चिकित्सा सुविधा का लाभ जैसी मांग भी विभाग ने आज तक पूरी नहीं की है शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि नहीं की जा रही है रसोइयों का वेतन मान समय पर नहीं मिल पाता है जबकि ऑनलाइन उपस्थिति जबरजस्ती सभी शिक्षकों पर थोपी जा रही है सभी ने एक स्वर में ऑनलाइन व्यवस्था का बड़े पैमाने पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर विरोध किया है इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष श्याम शरण यादव एवं डॉ दुष्यंत सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष तिवारी कोषाध्यक्ष प्रेम प्रकाश यादव, राम जियावन, गोवर्धन प्रसाद, प्रदीप सिंह, रामचंद्र रामनरेश, दुर्गाशंकर,युगुल किशोर, शिवपर्सन, शोभनाथ, कौशिक, अंकुर शुक्ला, नीरज सोनी,रामसेवक बौरासी, राहुल, उदयभान, भास्कर, अनुज, औसान, राघवेंद्र, विनय पटेल, पंकज,अनूप, राकेश, दुर्गेश, संगीता,अर्चना, ऋचा, ज्योति त्रिपाठी, सुदीपा, पारुल ,प्रिया अंजली शर्मा, सहित सैकड़ो शिक्षक शिक्षिकाओं ने विरोध दर्ज कराया एवं मांगे पूरी न होने पर रणनीति बनाकर प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आंदोलन किया जाएगा
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