दुनिया के 10 सबसे अधिक प्रदूषित शहर

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दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित हैं भारत के 6 शहर, सबसे साफ शहरों में शामिल हैं ये 10 नाम
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देश के 10 साफ शहरों की सूची जारी की है. इसी के साथ बोर्ड ने बताया कि देश में कई ऐसे छोटे शहरों की हवा महानगरों से भी खराब है. इनमें राजस्थान का झूंझनू और हरियाणा का फतेहाबाद व मानेसर शहर भी शामिल है. इस रिपोर्ट में प्रदूषण बोर्ड ने दिल्ली की हवा को संतोषजनक बताया है.

बड़े शहरों में प्रदूषण की समस्या तो है ही, देश के छोटे छोटे शहर भी इसकी गिरफ्त में आते जा रहे हैं. कई छोटे शहरों की हालत तो बहुत ही खराब है. यहां दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों से भी ज्यादा प्रदूषण है. इनमें राजस्थान का झूंझनू, हरियाणा का मानेसर और फतेहाबाद व उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा भी शामिल है. यह खुलासा 27 सितंबर को जारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में हुआ है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 129 है, जो मध्यम श्रेणी में है. लेकिन राजस्थान के झूंझनू में वायु गुणवत्ता सूचकांक 208 के पार है. इसे बेहद खराब और चिंताजनक माना गया है. इसी प्रकार ग्रेटर नोएडा में 280, मानेसर में 201, फतेहाबाद में 236 और बर्नीहाट में 257 एक्यूआई है. इन शहरों को भी इसी श्रेणी में रखा गया है.

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केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, चंडीगढ़, पटना और दिल्ली में इस समय प्रदूषण से काफी राहत है. इस समय उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहां प्रदूषण का स्तर 76 एक्यूआई है, वहीं चेन्नई में 84, हैदराबाद में 77 और जयपुर में 104 बताया गया है. इसी प्रकार चंडीगढ़ में एक्यूआई 79, पटना में 144 और दिल्ली में 129 बताया गया है. अपनी रिपोर्ट में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में कुछ उन शहरों की भी सूची जारी की है, जहां की हवा साफ है.
इन शहरों में अमरावती, भिलाई, बारीपदा, बंगलुरु, चामराज नगर, ऋषिकेश, बागलकोट, कोलकाता, बरेली के अलावा श्रीनगर, तिरुवनंतपुरम, अरियालूर और वाराणसी आदि शामिल हैं. बता दें कि बोर्ड की ओर हवाई की गुणवत्ता तय करने के लिए एक मानक बनाया है. इसमें 0 से 50 एक्यूआई को अच्छा माना गया है. वहीं 50 से 100 एक्यूआई को संतोषजनक कहा गया है. 101 से 200 एक्यूआई को मध्यम श्रेणी और 201 से 300 एक्यूआई को खराब बताया गया है. वहीं इससे अधिक एक्यूआई को बेहद खराब और चिंताजनक कहा गया है.

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