विधानसभा में राजा भइया का जनहित में सम्बोधन – दिव्य अग्रवाल

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यूपी प्रतापगढ़ कुंडा से

 

विधानसभा में राजा भइया का जनहित में सम्बोधन – दिव्य अग्रवाल

आज विधानसभा में कुंडा विधायक व् जनसत्तादल लोकतान्त्रिक के मुख्या राजा रघुराज प्रताप सिंह जी ( राजा भइया ) का सम्बोधन था।सम्बोधन में कुछ प्रश्न ऐसे थे जो असंख्य परिवारों की आजीविका से सम्बंधित थे अतः एक लेखक व् विचारक के तौर पर उस उद्बोधन के मुख्य बिन्दुओ को प्रकाशित करना अत्यंत आवश्यक है वृक्षों के रोपण अवं पोषण को लेकर राजा भइया का यह कहना की जिस प्रकार यदि शिशु का जन्म तो हुआ परन्तु उचित पोषण नहीं हुआ तो एक शिशु का समुचित विकास नहीं हो पाता, ठीक उसी प्रकार वृक्षारोपण करने के उपरान्त यह देखना भी आवश्यक है की उसका पोषण अर्थात देखभाल भी हो रही है या नहीं या केवल सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाने हेतु मात्र चित्र ही खींचे जा रहे है , वृक्ष छाया देने वाले , फल फूल देने वाले लग रहे हैं या यु के लिप्टिस जैसे वृक्ष लग रहे है जो निरंतर जमीन का जल सोखकर जल स्तर को घटा रहे हैं , राजा भइया का यह कहना की वृक्ष ऐसे हो जिनसे न केवल मानव अपितु पशु पक्षियों का भी लाभ हो , पक्षी उन पर घोसले बना सके और सभी प्राणधारी, वृक्ष की छाया आदि से लाभान्वित हो सके। राजा भइया का यह कहना की नलकूपों आदि के सम्बन्ध में , जल के गाँव गाँव खेत खेत तक पहुँचने के संबंध में सरकार योजनाए तो अच्छी से अच्छी बन रही है परन्तु अधिकारी उन योजनाओ को कितना क्रियान्वित कर रहे हैं उनका लाभ कितने लोगो तक पहुँच रहा है इसका अवलोकन होना भी अत्यंत आवश्यक है । सरकारी योजनाओ की प्रसंशा करते हुए राजा भइया ने सरकारी मशीनरी के उन अधिकारियों पर भी प्रश्न उठाये जो बिजली विभाग की शक्ति के दम पर लगातार भ्रष्टाचार कर रहे हैं । देखा जाए तो विधानसभा कोई राजनितिक मंच नहीं जहां पर भाषण या आरोप प्रत्यारोप लगाकर विधानसभा के समय को बर्बाद किया जाए अपितु विधानसभा वह स्थान है जहां प्रत्येक जनप्रतिनिधि को अपने अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओ से सरकार को अवगत कराना चाहिए जिससे जनता की समस्या का निवारण हो सके।

INF न्यूज़ उत्तर प्रदेश रिपोर्ट राहुल यादव

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