भारी बारिश से गिरे सैकड़ों कच्चे-पक्के मकान, 11 जिले बाढ़ की चपेट में; 17 की मौत
शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लगातार भारी बारिश से सैकड़ों कच्चे-पक्के मकान गिर गए। इससे 17 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हैं। 11 जिलों के 36 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। श्रावस्ती में राप्ती खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बलरामपुर में राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। बदायूं के कचलाब्रिज में गंगा, बांदा में केन खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कानपुर और बिजनौर में गंगा उफान पर है। तटबंधों की सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है। इस बीच मौसम विभाग ने शनिवार से प्रदेश में मानसून में सुस्ती के आसार जताए हैं।
ब्रज क्षेत्र में शुक्रवार को भी बारिश से मकान गिरने का सिलसिला जारी रहा। यहां पांच की जान चली गई। 13 घायल हैं। एटा के गांव भरतोली में गंगाश्री (80), कोतवाली देहात के गांव हिम्मतपुर में जितेंद्र, नयागांव में छत गिरने से गोलू (5) की मौत हो गई। फिरोजाबाद के गांव हतौली जयसिंहपुर में छत पर सो रही श्रीदेवी (80) की लिंटर गिरने से मलबे में दबकर मौत हो गई। आगरा में भी एक की माैत हुई है। मैनपुरी में भी 12 से अधिक कच्चे-पक्के मकान गिरे। महिला समेत चार लोग घायल हो गए। मथुरा में तेज बारिश के बाद परिषदीय स्कूलों में पानी भर गया है।
चार-चार लाख रुपये की राहत राशि देने के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बारिश और बिजली गिरने से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने घायलों के उपचार और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल देने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
फर्रुखाबाद में पीएसी की एक, गोंडा में एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम, लखीमपुर खीरी में एनडीआरएफ की दो टीमें, एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीमें, बाराबंकी में पीएसी की एक टीम, जालौन में एसडीआरएफ की एक टीम, सीतापुर में पीएसी की एक टीम, बांदा में पीएसी की एक टीम, पीलीभीत में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीमें तैनात की गई हैं।
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