पोस्टमार्टम हाउस में शवों का अंबार संख्या पहुंची 80 के पार, 36 शवों का पोस्टमार्टम, 50 रह गए बाकी
हीट स्ट्रोक और बेतहाशा गर्मी के चलते जारी मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरह गंगा-यमुना के घाटों पर जहां शव रखने की जगह नहीं बची है वहीं पर पोस्टमार्टम हाउस में भी शवों का अंबार लगा हुआ है। आलम यह है कि पोस्टमार्टम कराने आए परिजनों के बैठने वाले कमरे में भी शवों को रखा जा रहा है। चीरघर के कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी स्थिति कोरोना काल में भी नहीं देखी गई थी।
आसमान से अंगारों की बारिश के बीच मौताें की संख्या बढ़ती ही जा रही है। एसआरएन अस्पताल के मोर्चरी में मंगलवार को शवों का अंबार लगा रहा। यहां लगे दो डीप फ्रीजर भर जाने के बाद हाॅल में एक के ऊपर एक शवों को रखवाया गया। शाम करीब साढ़े सात बजे तक 36 शवों का पोस्टमार्टम हो सका। जबकि, करीब 50 शवों की बारी ही नहीं आ सकी।
मंगलवार को तापमान में भले ही गिरावट हो गई, लेकिन जिले में मौतों की संख्या कम नहीं हुई। पोस्टमार्टम हाउस में शवों के ढेर लगे कि परिजनों को अपनों के शवों को पहचाना मुश्किल हो गया। शवों की संख्या ज्यादा होने की वजह से यहां के दोनों डीप फ्रीजर भर गए। गर्मी की वजह से शवों से इतनी तेज बदबू आने लगी कि वहां पर लोगों का खड़ा होना मुश्किल हो गया। अंदर लगे एसी भी नहीं काम कर रहे हैं। इस वजह से कर्मियों और चिकित्सकों को पोस्टमार्टम करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक को आया चक्कर
मंगलवार दोपहर गर्मी और बदबू की वजह से पोस्टमार्टम कर रहे एक चिकित्सक को चक्कर आ गया। इस दौरान वहां मौजूद अन्य डॉक्टर और फार्मासिस्टों ने उन्हें बाहर निकालकर दूसरे कमरे में पहुंचाया। थोड़ी देर बाद उन्हें आराम मिलने पर दोबारा पोस्टमार्टम शुरू कराया गया।
+ There are no comments
Add yours