एक प्रेमी को मोहब्बत का ऐसा सिला मिला, जिसे जानकर लोगों की रूह कांप गई। प्रेमिका संग मिलकर पिता और मां ने गला दबाकर प्रेमी की हत्या की। इसके बाद कार में लाश को डालकर आग लगा दी। इस हत्याकांड के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी प्रेमिका और उसकी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कासगंज के ट्रांसपोर्ट कारोबारी पुष्पेंद्र यादव की हत्या में आरोपी हिस्ट्रीशीटर अवधेश यादव की बेटी डॉली और उसकी मां भूरी देवी को पुलिस ने बृहस्पतिवार को जेल भेज दिया। इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि 25 फरवरी की रात घर में शादी थी। उसी में पुष्पेंद्र यादव को फोन कर बुलाया था। इस दौरान मौका पाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शादी समारोह में शोर होने के कारण किसी को कुछ पता नहीं चल सका। देर रात रिश्तेदारों के जाने के बाद शव को कार सहित ठिकाने लगाने के लिए फरह के रास्ते राजस्थान जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसे कार सहित जला दिया।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर रैपुराजाट के पास से भूरी देवी पत्नी अवधेश और उसकी बेटी डॉली निवासीगण ग्राम ककरैटा, सिकंदरा, आगरा को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान भूरी देवी ने बताया कि पुष्पेंद्र यादव निवासी आवास विकास, कासगंज, जो कि ट्रांसपोर्ट का काम करता था, उसके पति अवधेश यादव से अच्छे संबंध थे। घर आने-जाने के दौरान उसने बेटी डॉली को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया और सितंबर 2023 में बहला-फुसलाकर ले गया था। बेटी को बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया। इस मामले में पुष्पेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बेटी ने भी उसके खिलाफ कोर्ट में बयान दिए थे। पुष्पेंद्र इसी मुकदमे में समझौते और बेटी से शादी का दबाव बना रहा था।
बेटी का रिश्ता तुड़वाना चाहता था
भूरी देवी ने बताया कि उन्होंने बेटी डॉली का रिश्ता राजस्थान में तय कर दिया था, लेकिन पुष्पेंद्र ने वहां फोन कर दिया। इससे रिश्ता टूटने की कगार पर आ गया। इसके बाद पति अवधेश यादव, देवर राजेश और देवर के दामाद गौतम द्वारा उसकी हत्या की साजिश रची गई। इसी के तहत पुष्पेंद्र को 25 फरवरी को बेटी द्वारा फोन कर बुलवाया गया। उस दिन घर में राजेश के बेटे की लगन-सगाई थी। पुष्पेंद्र शराब के नशे में आया था। मौका पाकर सभी ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को कार में ही छोड़ दिया। देर रात रिश्तेदारों को विदा करने के बाद शव को लेकर राजस्थान में ठिकाने लगाने के लिए निकले। करीब दो घंटे तक उसे कार में घुमाने के बाद फरह क्षेत्र में ही कार सहित जला दिया। इसके बाद सभी दूसरे वाहन से वापस लौट गए
रिफाइनरी सीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि सभी आरोपियों ने 23 फरवरी को ही साजिश रच ली थी कि पुष्पेंद्र को घर बुलाकर उसकी हत्या करेंगे। इसके बाद दुर्घटना का रूप देने के लिए कार सहित जला देंगे। आरोपियों को गिरफ्तारी करने वाली टीम में इंस्पेक्टर कमलेश सिंह, एसआई नितिन तेवतिया, मनोज कुमार, रेखा शर्मा, कांस्टेबल प्रियंका, ताराचंद्र, दीपक कुमार शामिल रहे।
इंस्पेक्टर कमलेश सिंह ने बताया कि पुलिस अब अवधेश, गौतम और राजेश की तलाश में जुटी है। तीनों फरार हैं। इनके रिश्तेदारों के घर, अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द इन आरोपियों की भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
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