कुरान एक मोजेजा,कुरान हमें बंदगी का देती है दर्श:हाफिज मोहम्ममद नौसाद
ए अल्लाह पाक हम में जो परेशान हैं उनकी परेशानी को दूर कर दे,जो रोजी से परेशान हैं उन्हें रिज्के हलाल अता कर दे!
सतांव,रायबरेली रमजान शरीफ के १४ वें रोजे को जोहवा शर्की के में हाफिज मोहम्मद नौशाद ने तरावीह मुकम्मल की तरावीह मुकम्मल होते ही हाफिज हाफिज मोहम्मद नौशाद ने बारगाहे परवरदिगार में आलमे इस्लाम के लिए दुआ की और अपने रब से कहा पालनहार दुनिया में जो परेशान हाल हैं उनकी परेशानी को दूर कर दे जो रोजी से परेशान हैं उन्हें रिज्क हलाल अता कर जो नमाज नहीं पढ़ते उन्हें नमाज पढ़ने की तौफीक आता कर या रशूलुल्लाह उंजुर हालना या रशूलुल्लाह इश्माकालना हम गुनाहों में डूबे हुए हैं हम शियाकार हैं, बदकार हैं लेकिन तेरे महबूब सल्लल्लाहु के उम्मत है हमारी खताओं को बख्श दे या अल्लाह हम गुनहगार तेरे सामने खड़े हैं
हम तुझसे ही मदद मांगते हैं रहम कर करम कर मेरे मौला लोगों ने अपने परवरदिगार से नम आंखो के साथ रो रो कर दुआ की वहीं मस्जिद के मुअज्जिम मो.गनी ने कहा कुरआन को पढ़ो और समझो यह है हुक्में रब्बे जुल्जेलाल कहा जिस हाफिज कुराआन के सीने में मुकम्मल कुराआन जज्ब है समझो वो बहुत ही खुशनसीब वाला है कहा कुरआन हमें जिंदगी जीने का सलीका शिखाता है और कुरआन को पढ़ने वाला और सुनने वाला अल्लाह के नजदीक मुतब्बर हुआ करता है इसलिए अपने बच्चों को कुरआन के तालीमात से रोशनात करो जिंदगी संवारती हुई नजर आयेगी कहा नमाजे तरावीह सुन्नते मुकेदा है जिसे पढ़ना सुन्नत पे अमल करना होता है कहा पूरे महीने इबादतों और कुरआन की तिलावत में गुजारें और अपने रब की कुर्ब को हासिल करें।इस नमाज तरावीह मुकम्मल में हाजी मो जलील,गुलाम रहमानी,मास्टर गनी,जब्बार,रशूल,करामत अली,हाशिमअली,फारूक अली,मो अली कुरैश,सदाकत कुरैशी,मो.गुलाम रशूल कुरैशी,आजाद खान,आस मो.खान,नफीश खान,मो असलम,मो.समी,मो.खलील,मो सकील,मो.इरशाद,मो.इसरार,मो. जावेद मो.परवेज,मो.करीम,नुरुल हसन,जियाउद्दीन,अजीम,इमरान,रसीद,फैमू शेख अंसार रजा,मो.हारून इरफान,रहमान आदि लोग उपस्थित रहें।
रिपोर्ट-असगर अली
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