चोरों का सुराग नहीं लगा पाई, पुलिस तो पीड़ित पर हीं बनाने लगी दबाव

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ब्रेकिंग न्यूज कौसांबी
हफ्ता भर बीत जाने के बाद भी पुलिस चोरों का नहीं लगा पाई सुराग

चोरी का खुलासा करने के बजाय मजदूरों को डरवा धमका कर पीड़ित को ही चौकी इंचार्ज चोर बनाने की कर रहे साजिश

मंझनपुर थाना क्षेत्र के चकिया मलाक पिंजरी गांव के रहने वाले कमल सिंह पुत्र मोहनलाल सिंह के घर पर एक हफ्ते पहले अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। बेटी भतीजे की शादी की तैयारी कर रहे घर की आलमारी बख्शों में रखा कीमती जेवरात नगदी सहित लगभग 25 लाख रुपए चोरों ने पार कर दिया सूचना पर पहुंची पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हफ्ते भर बीत जाने के बावजूद भी चोरों का सुराग नहीं लगा पाई चोरों की जगह काम कर रहे मजदूरों को ही पुलिस चौकी पकड़ लाई और मजदूरों से डरवा धमका कर पीड़ित को ही चोर बनाने की साजिश रच रही है आखिर यह कहां का न्याय है कि मजदूरी कर रहे मजदूर को ही पुलिस चौकी पर लाकर जबरदस्ती मारपीट कर या डरवा धमकवाकर मकान मालिक को ही चोर बना दिया जाए।

पहली बार ही ऐसे सुनने को मिला है कि जिस घर में चोरी हुई हो उसे ही चोर बनाया जाए। बहर हाल सूचना थाने पर दी गई तो चौकी इंचार्ज ने मजदूर और मकान मालिक को छोड़ा मजदूर और पीड़ित पत्रकार नरेन्द्र सिंह पटेल ने थाना प्रभारी को अवगत कराते हुए बताया कि चौकी इंचार्ज अंशुमान मिश्रा ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर कान में गहरी चोट पहुंचाई है। चौकी इंचार्ज अंशुमान मिश्रा की काली करतूत को मीडिया के सामने बयां किया लेकिन हफ्ते भर बीत जाने के बावजूद भी अभी तक पुलिस चोरों का सुराग नहीं लगा पाई है जिससे चोरों के हौसले बुलंद हैं आए दिन चोरी की घटनाएं घट रही है। जिलाधिकारी को लिखित शिकायती पत्र देते हुए पीड़ित ने चोरी की घटना का खुलासा करने की यथाशीघ्र मांग की है। पीड़ित पत्रकार के मोबाइल को छीनने मारने पीटने की घटना होने से पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है।

Inf न्यूज ब्यूरो चीफ रणविजय सिंह

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