अमवन में बड़ी धूम-धाम से मनाया गया ईदुल फितर का त्यौहार
छोटे छोटे बच्चों में देखने को मिला ईदुल फितर त्योहार का उत्साह!
सतांव,रायबरेली ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत स्थित कोंसा ग्राम पंचायत के अमवन में सुबह८:३०बजे ईदुल फितर की नमाज अदा की गई।खुशियों का त्यौहार ईदुल फितर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ अमवन में मनाया गया।सर्वप्रथम अमवन की मस्जिद के इमाम मौलाना लियाकत रजा मजहरी ने मस्जिद में आए सभी नमाजियों को भाई-चारे व आपसी मेल एवं सौहार्द के त्यौहार ईद की मुबारकबाद दी।इस अवसर पर ईदुल फितर की नमाज़ के बाद पुलिस कर्मियों का फूल माला डालकर भव्य स्वागत किया गया तथा पुलिस द्वारा मस्जिद के इमाम लियाकत रजा मजहरी का फूल माला डालकर पुलिस टीम द्वारा भव्य स्वागत किया गया ईदुल फितर की नमाज़ में मौलाना लियाकत रजा मजहरी ने कहा कि ईदुल फितर का त्यौहार हम सब के लिए बड़ा खुशी भरा दिन हैं जिसमें हम सभी लोग एक दूसरे से गले मिलते और एक दूसरे के घर जा-जा कर ईदुल फितर की बधाईयां भी दी और सेवइयां भी खाई।
अमवन मस्जिद के इमाम मौलाना लियाकत रजा मजहरी ने कहा कि इस पर्व से पहले शुरू हुए रमजान के पाक महीने में इस्लाम मजहब को मानने वाले लोग पूरे एक माह(३०दिनों)तक रोजा(व्रत)रखते हैं मौलाना लियाकत रजा मजहरी ने बताया कि ईद उल फितर मुख्यतःइस्लामिक पर्व है लेकिन गांव,क्षेत्र में हम सभी एक परिवार है, यहां हम लोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और एक साथ मिलकर पारिवारिक माहौल के बीच सभी लोग पर्व मनाते हैं ईद,त्याग और अपने मजहब के प्रति समर्पण को दर्शाता है और बताता है कि एक इंसान को अपनी इंशानियत के लिए इच्छाओं का त्याग करना चाहिए,जिससे कि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।इस दिन लोग एक दूसरे के दिल में प्यार बढ़ाने और नफरत को मिटाने के लिए एक दूसरे से गले मिलते और एक दूसरे के घर जाते हैं।इस ईदुल फितर के अवसर पर नमाजियों की भारी संख्या में भीड़ देखने को मिली।ईदुल फितर का त्यौहार छोटे-छोटे बच्चों के लिए काफ़ी उत्साह भरा त्यौहार माना जाता है,जिसमें सभी बच्चें नए-नए कपड़े पहनकर एक दूसरे से गले मिलते दिखाई दिए और एक दूसरे के घर जाकर ईद की खुशियां मनाई और दिली मुबारकबाद पेश किया।ईदुल फितर का त्यौहार बच्चों के लिए काफ़ी उमंग भरा त्यौहार रहा है।ईदुल फितर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुरुबक्शगंज थाने की पुलिस टीम मौके पर मौजूद रही जिससे नमाज में किसी प्रकार की बाधा नहीं उत्पन्न हुई हो सकी और नमाज़ सकुशल संपन्न हो गई।
रिपोर्ट-असगर अली
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