आचार संहिता के बीच लाभार्थियों को किट बांटने का मामला, एडीएम ने जिलाधिकारी को सौंपी रिपोर्ट
एडीएम ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर इस बारे में पूछताछ की। इसमें पाया कि करीब 200 किट आचार संहिता से पहले भेजी गई थी, जिसमें से करीब 150 किट का लाभार्थियों को वितरण कर दिया गया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है।
कानपुर में आचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद उपायुक्त उद्योग कार्यालय में पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 150 लाभार्थियों को किट का वितरण करने का एक वीडियो वायरल होने के बाद निर्वाचन विभाग सक्रिय हो गया। वीडियो में बताया जा रहा है कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद लाभार्थियों को किट दी जा रही है।
जिला उद्योग कार्यालय के उपायुक्त का कहना है कि आदर्श आचार संहिता लगने से पहले ही यह वितरण किया गया था। मामला सामने आने के बाद पर्यवेक्षक ने वीडियो और शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, आचार संहिता प्रभावी होने के बाद सरकार की किसी भी योजना के तहत किसी भी लाभार्थी को लाभ नहीं दिया जा सकता है। वीडियो में पीएम विश्वकर्मा योजना लाभार्थी हलवाई किट ले जाते दिख रहे थे। इसकी शिकायत एक अधिवक्ता ने प्रेक्षक डी रत्ना से की, तो उन्होंने जांच करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार को निर्देश दिए।
उन्होंने एडीएम भूमि रिंकी जायसवाल को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। एडीएम ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर इस बारे में पूछताछ की। इसमें पाया कि करीब 200 किट आचार संहिता से पहले भेजी गई थी, जिसमें से करीब 150 किट लाभार्थियों को वितरण कर दिया गया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है।
आदर्श आचार संहिता 16 मार्च को दिन में तीन बजे लागू हुई थी, जबकि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत किट दोपहर 12 से एक बजे तक ही किया गया था। अभी भी करीब 400 किट कार्यालय में पड़ी है, जिसे आचार संहिता लागू होने के बाद वितरित नहीं किया गया है। इसकी पूरी जानकारी हमने जांच अधिकारी को भी दे दी है। -सुधीर श्रीवास्तव, उपायुक्त उद्योग
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