धंसी सड़क बनी घटना कारण, जिम्मेदार बने मूकदर्शक

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प्रावि सरैया, इटौआ, पुर्सिया गॉव के सामने की धसी एनएच 233 की सड़क
आएं दिन दुर्घटना का कारण बन रहीं हैं धसी सड़क
सरैया व पुर्सिया में धसी ये सड़क ले चुकी हैं कई जान
सरैया गॉव के लोग सड़क पर बनी पुलिया के आगे पीछे धंसी सड़क को मानते हैं दुर्घटना का मुख्य कारण

रिपोर्ट – सिद्धार्थ शुक्ला बस्ती

बस्ती। जनपद के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के बस्ती बांसी मार्ग के एनएच 233 पर स्थित प्राथमिक विद्यालय सरैया, गौरा इटौआ व मकदा पुर्सिया की सड़क पर पानी निकासी हेतु पुलिया का निर्माण हुआ है। इन स्थानों पर बने पुलिया के आगे व पीछे की सड़क धस गई हैं। यहाँ पर पहुँचने वाले छोटे बड़े सहित वाहन असंतुलित हो जाते हैं। जिनसे प्रायः दुर्घटनाएं होती रहती हैं। प्राथमिक विद्यालय सरैया के ठीक सामने एनएच 233 की सड़क धस गई है। ये सड़क बनारस से सीधे सिद्धार्थ नगर जिला होते हुए पड़ोसी देश नेपाल को जाता हैं। जिसे एनएच 233 के नाम से जाना जाता हैं। इस एनएच के जितने भी पुलिया व पुल बने हुए हैं सभी धस गए है। एनएच होने के कारण चालको की गति तेज रहती हैं। जब वाहन उसी स्पीड में यहां यानी कि धसी पुलिया के पास गुजरता हैं, तो उछाल मार जाता हैं। जिससे चालक असंतुलित होकर एक दूसरे वाहन या पैदल राहगीर को ठोकर मारकर भाग जाता हैं या दुर्घटना ग्रस्त होकर सड़क से नीचे उतर जाता हैं। लगभग एक साल से वाहन चालक व इन गॉवों के लोग दुर्घटनाओं को देंख रहें हैं। पर, एनएच 233 के अधिकारियों, जिले के कमिश्नर, डीएम, एसडीएम व एसपी को धसी ये सड़क नहीं दिख रहीं हैं। जबकि इस मार्ग पर प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता रहता है।

महेश यादव व मंजय कन्नौजिया की फाइल फोटो

सरैया गॉव के पूर्व ग्राम प्रधान गोपी यादव, भूतपूर्व प्रधान जयप्रकाश शुक्ला ( कुंदू बाबा) महेश यादव, विजय यादव, रमजान अली, बुद्धू, हरिश्चन्द यादव बीडीसी, मो० शरीफ, पिंटू, केशराम, जितेन्द्र चौधरी, उदयराज, अमन, मंजय कुमार आदि ने बताया कि इस स्थान पर हो रही दुर्घटनाओं को लेकर हम लोग काफी सशंकित रहते हैं।

हरिश्चंद्र यादव बीडीसी सरैया

एनएच की ये पुलिया वाली सड़क खूनी हो गई हैं। सड़क अंदर की तरफ धंस गई हैं।

धंसी सड़क से गुजरते राहगीर

धंसी सड़क ही दुर्घटना का मुख्य कारण बनी हुई है। इन ग्रामीणों ने बताया कि अब तक आधा दर्जन युवकों की मौत हो चुकी हैं जबकि दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं। विगत 6 जनवरी को इसी स्थान पर बाइक व आटों की भिड़न्त हो गई थी। जिसमें एक युवक दीपक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। यहीं पर सिपाही मुकेश व प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गये थे। विगत 3 दिसम्बर को बाइक व ट्रेलर की भिड़न्त हो गई थी। जिसमें एक युवक आदित्यधर द्विवेदी की मौत हो गई थी तथा अनुराग द्विवेदी गंभीर रूप से घायल हो गया था। 22 नवम्बर को डुमरियागंज के विकास जायसवाल व सैथवलिया के संतोष कुमार बुरी तरह से घायल हो गये थे। 24 अक्टूबर को यहीं पर कार चालक अनियंत्रित होकर नीलगाय से टकरा गया था। जिसमें नीलगाय की मौत हो गई थी और कार के परखच्चें उड़ गये थे। ग्रामीणों ने बताया कि इसी तरह से मुस्तफाबाद व पुरैना की भी सड़क धंस गई हैं। जहाँ पर भी लोग अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर जा रहें हैं। ग्रामीणों ने धंसी सड़क की मरम्मत करवाने की मॉग किया गया हैं। जिससे कि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकें।

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